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पिता से मिली प्रेरणा को इस तरह जनसेवा के रूप में पूरा कर रहा बेटा

फिरोजाबाद के इस युवा समाजसेवी का नाम रहता है लोगों की जुबान पर

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firozabad

फिरोजाबाद। सुहागनगरी का युवा समाजसेवी पिता से मिली प्रेरणा को आज जनसेवा के रूप में पूरा कर रहा है। कभी किसी की जान बचाने की बात रही हो या फिर गरीब कन्याओं की शादी या गरीब बच्चों की शिक्षा की ही। यह युवा समाजसेवी हर समय लोगों की मदद को तैयार रहता है। खून के अभाव मेें दम तोड़ने वाले गरीब लोगों की मदद के लिए इस युवा समाजसेवी ने सुहागनगरी में एक मुहिम छेड़ रखी है। व्हाट्सएस पर ब्लड डोनेट के नाम से एक ग्रुप बना रखा है। जिसमें विभिन्न लोगों को जोड़ा गया है। इन लोगों के द्वारा आवश्यकता पड़ने पर ब्लड डोनेट कर जान बचाने का काम किया जाता है। इस पूरे कार्य को समाजसेवा के रूप में किया जा रहा है।

अब तक 100 से अधिक लोगों की बचाई जान
हिन्दू जागरण मंच से जुड़े सुहागनगरी के निवासी अमित गुप्ता की उम्र वैसे तो 30 वर्ष के आस-पास है। लेकिन उनसे जिले के बड़ों को भी सीख लेने की जरूरत है। मध्यम वर्गीय परिवार से ताल्लुक रखने वाले इस युवा ने उस समय से समाजसेवा की बीडा उठाया जब उनके पिता ने मरने से पहले शोहरत साथ जाने की बात कही थी। उन्होंने पत्रिका को बताया कि उनके पिता की मृत्यु तीन वर्ष पहले हो गई थी। वह अब तक करीब 100 से अधिक लोगों को रक्तदान कराकर उनकी जान बचा चुके हैं।

समाजसेवा का दिया था मंत्र
समाजसेवी के पिता शिवकुमार गुप्ता ने मंत्र दिया था कि पैसा कमाना बड़ी बात नहीं लेकिन जनसेवा करके शोहरत कमाना बड़ी बात जरूर है। बस उसी दिन से उन्होंने अपनी जिंदगी का एक मकसद बना लिया और तभी से जनसेवा के कार्यों में जुटे हुए हैं।

गरीब बच्चों की शिक्षा पर देते हैं ध्यान
विभिन्न सामाजिक संगठनों से जुड़े अमित गुप्ता बताते हैं कि उनके जीवन का उद्देश्य लोगों की मदद करना है। फिर चाहे वह किसी भी धर्म से क्यों न हो। वह और उनकी सामाजिक संस्थाएं विभिन्न स्कूलों में जाकर गरीब और जरूरतमंद बच्चों को ड्रेस, पुस्तक और सर्दियों में स्वेटर बांटने का काम करती है।

सड़क हादसों में होते हैं सबसे पहले
सड़क हादसों में जब कोई उन्हें घायल दिख जाता है तब वह उसकी मदद किए बिना नहीं रह पाते। कुछ दिनों पूर्व एक छात्र घायल अवस्था में सड़क पर पड़ा हुआ था। तब उन्होंने उसे अस्पताल भिजवाया था। एक महिला गश खाकर सड़क पर गिर गई थी। इन्होंने उसकी मदद की थी। इसके अलावा कई बार सामूहिक विवाह का भी आयोजन इनके द्वारा कराया गया।