
एवर्टन के 39 वर्षीय स्टार खिलाड़ी एश्ले यंग गुरुवार रात यहां एफए कप के तीसरे राउंड के मैच में पीटरबोरो के खिलाफ मिली जीत के बावजूद काफी निराश और दुखी हैं। दरअसल, उनका 18 वर्षीय बेटा टेलर यंग विपक्षी टीम पीटरबोरो के लिए खेलता है। एश्ले को उम्मीद थी कि उन्हें अपने बेटे के खिलाफ खेलने का मौका मिलेग, लेकिन पूरे मैच के दौरान पीटरबोरो ने टेलर को बेंच पर ही बैठाए रखा। इस कारण पिता और पुत्र का एक-दूसरे के खिलाफ खेलने का सपना अधूरा रह गया।
154 साल के इतिहास में पहली बार ऐसा होता…
यदि पीटरबोरो टेलर यंग को मैदान पर उतरने का मौका देती तो इस लीग के 154 साल के इतिहास में पहली बार पिता और पुत्र एक-दूसरे के खिलाफ खेलते, लेकिन दुर्भाग्य से ऐसा नहीं हो सका।
मैच के बाद दी बेटे को सांत्वना
मैच के बाद एश्ले अपने बेटे को सांत्वना देते हुए नजर आए। एश्ले ने कहा, सबसे अच्छा और एकमात्र परिणाम यह है कि टेलर अच्छा खेले। यह एक बड़ा मंच है और मुझे उम्मीद है कि उसे आगे मैदान पर उतरने का मौका मिलेगा। हम दोनों एक-दूसरे खिलाफ जरूर खेलेंगे।
इन्होंने दिलाई एवर्टन को जीत…
इस बीच, एवर्टन के लिए मैच के 42वें मिनट में बेंटो ने पहला गोल दागा। इसके बाद इंजुरी टाइम के आठवें मिनट में लीमान नाडिया ने गोल करके एवर्टन को 2-0 से शानदार जीत दिला दी।
Published on:
11 Jan 2025 10:27 am
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