फाइनल मुकाबला बड़ा ही रोचक रहा। मैच की शुरुआत में इंग्लैंड ने अच्छा प्रदर्शन करते हुए इटली पर बढ़त हासिल कर ली थी। इंग्लैंड के ल्यूक शॉ ने मैच के दूसरे ही मिनट में गोल दागकर टीम को 1-0 की बढत दिला दी। पहले हाफ में इंग्लिश टीम ने इटली को कोई गोल नहीं करने दिया। वहीं मैच के 67वें मिनट में लियोनार्डो बोनुची ने गोल कर इटली की मैच में वापसी कराई और स्कोर 1-1 से बराबर हो गया।
मैच के 67वें मिनट में गोल कर बोनुची ने अपने नाम एक अनोखा रिकॉर्ड भी किया। इस गोल के साथ ही वह फाइनल मुकाबले में गोल करने वाले सबसे उम्ररदाज खिलाड़ी बन गए। इसके बाद दोनों टीमों की तरफ से कोई भी गोल नहीं हुआ। ऐसे में मैच एक्स्ट्रा टाइम में पहुंच गया लेकिन 30 मिनट के एक्स्ट्रा टाइम में भी इटली और इंग्लैंड की तरफ से कोई गोल नहीं हो सका। इसके बाद मैच का फैसला पेनल्टी शूटआउट से हुआ।
यह दूसरी बार हुआ जब यूरो कप के फाइनल मैच का फैसला पेनल्टी शूटआउट से हुआ। इस टूर्नामेंट में पेनल्टी शूटआउट के दौरान इटली की तरफ से डोमानिको बेरार्डी, फेडरिको और लियोनार्डो बोनुची ने गोल दागे। वहीं इंग्लैंड की तरफ से हैरी केन और हैरी मैगुओर ने गोल किया। मार्कस रैशफोर्ड, बुकायो साका और जेडन सांचो पेनल्टी शूटआउट में बॉल को गोल पोस्ट में पहुंचाने में नाकाम रहे। इसी के साथ यूरो कप जीतने का इंग्लैंड का सपना चकनाचूर हो गया।