नेमार 2013-17 के बीच बार्सिलोना क्लब का हिस्सा थे। उससे पहले वे सैंटोस क्लब के लिए खेलते थे। वे सैंटोस से बार्सिलोना में आ गए थे। तब उनकी साइनिंग काफी सुर्खियों में रही थी। बार्सिलोना के साथ जब नेमार ने साइन किया था तब तत्कालीन क्लब अध्यक्ष सैंड्रो रॉसेल की ओर से काफी करप्ट डीलिंग की गई थी। साथ ही रासेल पर सैंटोस एफसी के एक पूर्व निदेशक के साथ मिलीभगत का भी आरोप लगा था।
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नेमार ने बार्सिलोना के लिए खेलते हुए कई उचाइयों को छुआ है। वहां उन्हें लियोनेल मेस्सी और लुइस सुआरेज़ जैसे दिग्गजों का भी साथ मिला। लेकिन स्पेनिश क्लब में उनका स्थानांतरण करना परेशानी का सबब रहा है और अक्टूबर में बार्सिलोना कोर्ट में अंतिम सुनवाई निर्धारित है।
बार्सिलोना यूनिवर्सल की एक रिपोर्ट में बुधवार को कहा गया कि बार्सिलोना में नेमार के अनुबंध में तत्कालीन क्लब के अध्यक्ष सैंड्रो रॉसेल की ओर से बहुत सारी गलतियां शामिल थी, जिन्होंने ब्राजील के फुटबॉलर के पिता और एजेंट और सैंटोस एफसी के एक पूर्व निदेशक के साथ मिलीभगत की थी।
रिपोर्ट में कहा गया, “डीआईएस ने सात साल पहले एक शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें दावा किया गया था कि उन्हें खिलाड़ी, उसके परिवार और बार्सिलोना द्वारा धोखा दिया गया था।” मामले की अंतिम सुनवाई 17 अक्टूबर को होगी, जहां कतर में फीफा विश्व कप 2022 शुरू होने से एक महीने पहले नेमार भ्रष्टाचार के मामले में मुकदमा लड़ेंगे। रिपोर्ट में कहा गया है कि अभियोजन पक्ष चाहता है कि अदालत उसे दो साल की जेल की सजा और 10 मिलियन यूरो का जुर्माना दे।
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हालांकि, डीआईएस ने कथित तौर पर कहा है कि वे ब्राजील खिलाड़ी के लिए बहुत कठोर सजा चाहते हैं। वे चाहते हैं कि नेमार को पांच साल की सजा हो और उसी अवधि के लिए फुटबॉल खेलने पर भी प्रतिबंध लगा दिया जाए।