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अंडर-17 विश्व कप: मैच के दौरान दुकान बंद रखने पर मुआवजा मांग रहे दुकानदार

फीफा अंडर-17 विश्व कप के मैचों की मेजबानी का नुकसान यहां के दुकानदारों का उठाना पड़ रहा है।

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fefa football world cup

कोच्चि. एक तरफ जहां फीफा अंडर 17 विश्व कप को लेकर उत्साह चरम पर है। पूरे विश्व के युवा फुटबॉलरों की कड़ी प्रतिस्पद्र्धा इस टूर्नामेंट में देखने को मिलेगी। परन्तु एक वर्ग ऐसा भी है जो इस प्रतियोगिता से चिंता में है वह छोटे दुकानदारों का। अगले महीने की छह तारीख से जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में होने वाले फीफा अंडर-17 विश्व कप के मैचों की मेजबानी का नुकसान यहां के छोटे दुकानदारों का उठाना पड़ रहा है।
6 से 28 अक्टूबर तक दुकानें बंद रखने का आदेश
स्टेडियम परिसर में अपनी दुकान लगाने वाले दुकानदारों को ग्रेटर कोच्चि विकास प्रधिकरण (जीडीसीए) ने विश्व कप के दौरान दुकाने बंद करने को कहा है। जीडीसीए ने इन दुकान मालिकों से कहा है कि वह 25 सितंबर से 28 अक्टूबर के बीच अपनी दुकाने बंद रखें।केरल उच्च न्यायलय ने हालांकि दुकानदारों की सुनते हुए जीडीसीए से उन्हें मुआवाजा देने का आदेश दिया है। स्टेडियम के पास तकरीबन 236 दुकानें हैं। भारत की मेजबानी में छह से 28 अक्टूबर के बीच होने वाले विश्व कप के कुछ मैच इस स्टेडियम में खेले जाने हैं।
25लाख रु. मुआवजा देने के आदेश
यह स्टेडियम छह लीग मैचों के अलावा एक प्री-क्वार्टर फाइनल और एक क्वार्टर फाइनल मैच की मेजबानी करेगा। जीडीसीए के आदेश के बाद इन सभी दुकानदारों ने उच्च न्यायालय का रुख किया। अदालत ने सभी पक्षों की बात सुनते हुए अपने फैसले में जीडीसीए को इन दुकानदारों को पहली किस्त में 25 लाख रुपये का मुआवजा देने को कहा है और साथ ही इन दुकानों में काम करने वाले कर्मचारियों को भी मुआवजा देने को कहा है।
तो कर सकते हैं सिविल अदालत में अपील
अदालत ने शहर के जिला न्यायाधीश की अध्यक्षता में दो सदस्यीय समिति बनाने को कहा है। अदालत ने दुकानदारों से इस समिति के समक्ष अपना संभावित नुकसान रखने की बात कही है। दो सदस्यीय समिति कुल मआवजे की रकम पर फैसला लेगी और अगर ज्यादा फंड की जरूरत पड़ेगी, तो जीडीसीए को वह राशि भी देनी होगी। अदालत ने कहा है कि अगर वह मुआवजे की राशि से दुकानदार संतुष्ट नहीं होते हैं, तो वह सिविल अदालत में अपील कर सकते हैं।