इस नेटवर्क को लेकर जितने फायदे हैं उतना नुकसान भी है। आपको बता दें टेक्निकल युनिवर्सिटी ऑफ बर्लिन, ईटीएच ज्यूरिक और नॉरवे के सिनटेफ डिजिटल द्वारा जारी किए गए एक रिसर्च पेपर में 5G नेटवर्क पर यूजर्स की प्रिवेसी को लेकर चिंता जताई गई है। रिसर्चर्स की माने तो 5G नेटवर्क के आने के बाद हैकर्स यूजर्स के डेटा को आसानी से हैक कर सकते हैं। वहीं, हाल में ही नीदरलैंड के हेग शहर में 5G नेटवर्क के टेस्टिंग के दौरान अचानक लगभग 297 पक्षियों की जान चली गई थी।
5G नेटवर्क की इस कमी को दूर करने के लिए रिसर्चर्स लगातार काम कर रहे हैं। उम्मीद है कि इस सर्विस के चालू होने से पहले इस परेशानी को दूर कर लिया जाए। आपको बता दें 5G को मोबाइल इंटरनेट की पांचवीं पीढ़ी माना जा रहा है। अभी बाज़ार में 4G नेटवर्क का बोलबाला है लेकिन 5G नेटवर्क के आने के बाद बड़े से बड़े डेटा को आसानी से अपलोड किया जा सकेगा।