
पावर बैंक असली है या नकली ऐसे करें पता, कभी नहीं खाएंगे धोखा
नई दिल्ली: स्मार्टफोन इस्तेमाल करते समय बैटरी जल्द ही खत्म हो जाती है। बैकअप के लिए लोग आमतौर पर पावर बैंक का इस्तेमाल करते हैं। पहले के समय में पावर बैंक खरीदना थोड़ा महंगा होता था लेकिन आज के समय में यह काफी सस्ते दामों पर उपलब्ध हो जाते हैं। हालांकि सस्ते के चक्कर में लोग नुकसान उठा लेते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि बाज़ार में नकली पावर बैंक का धंधा भी जोरों से चल रहा है। ऐसे में आज हम आपको पावर बैंक की कुछ ऐसी बातें बता रहे हैं, जिसके जरिए आप आसानी से यह जान सकेेंगे की कौन सा पावर बैंक असली है या नकली।
ऐसे करें नकली पावर बैंक की पहचान
1. पावर बैंक का वज़न एक बार जरूर चेक कर लें क्योंकि असली पावर बैंक भारी होते हैं। अगर आपको प्रोडक्ट हाथ में लेकर लगता है कि यह काफी हल्का है तो समझ जाएं कि आपको नकली प्रोडक्ट बेचा जा रहा है।
2. ब्रांडेड कंपनियों के अधिक्तर पावर बैंक 10,000 mAh या 20,000 mAh वाले ही होते हैं। ऐसे में अगर आपको इससे अधिक क्षमता वाले पावर बैंक मिलें तो समझ जाएं की वह प्रोडक्ट नक्ली है।
3. अगर किसी पावर बैंक पर सिर्फ लोगो ही हो या अन्य जानकारियां साफ लिखी हुई नहीं दिख रही हैं, तो वह नकली प्रोडक्ट है। क्योंकि असली पावर बैंक पर लोगो के साथ-साथ अन्य जानकारियां बिलकुल साफ लिखी होती हैं।
4. असली पावर बैंक में लाइट, म्यूजिक जैसे अन्य फीचर नहीं होते हैं। अगर आपको एक्सट्रा फीचर का लोभ दे कर पावर बैंक बेचा जा रहा है तो वह पावर बैंक नकली है।
5. अगर आपको कभी ब्रांडेड कंपनी के पावर बैंक उसके ओरिजनल कीमत से कम दाम में मिल रहे हैं तो उसे ना खरीदे। क्योंकि ऐसे पावर बैंक ब्रांडेड कंपनी के फस्ट कॉपी होते हैं।
6. पावर बैंक खरीदते समय आप रिटेलर से वारंटी पेपर जरूर मागें। क्योंकि असली पावर बैंक अक्सर वारंटी के साथ आते हैं। इससे आप नकली प्रोडक्ट लेने से बच सकेंगे।
7. ओरिजनल पावर बैंक अच्छी क्वालिटी के होते है और उनकी फिनिशिंग अच्छी होती है। इस लिए पावर बैंक खरीदने से पहले आप एक बार प्रोडक्ट को अच्छे से जरूर चेक कर लें।
Published on:
14 Jul 2018 04:01 pm
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