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गणतंत्र दिवस पर पुरस्कृत होंगे 3 बहादुर बच्चे, किया था ये काम, देखें वीडियो-

गाजियाबाद के मुरादनगर क्षेत्र में रेलवे लाइन को छतिग्रस्त करने वाले शख्स को पकड़कर पुलिस के हवाले करने के मामले में मिलेगा बहादुरी का पुरस्कार

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Ghaziabad

गाजियाबाद. जिले के मुरादनगर क्षेत्र में रेलवे लाइन को छतिग्रस्त करने वाले शख्स को पकड़कर पुलिस के हवाले करने के मामले में तीन युवकों को गणतंत्र दिवस पर बहादुरी का पुरस्कार दिया जाएगा। इसकी घोषणा मुरादाबाद जीआरपी के एसएसपी सुभाष चंद्र दुबे ने की है। एसएसपी के आदेशानुसार तीनों बहादुर युवकों के कागजात और उनकी अन्य जानकारी भी ले ली गई है, जिसके बाद से तीनों युवक, उनके परिजन और कालोनीवासी बेहद खुश हैं।

आपको बताते चलें कि शुक्रवार को बुलंदशहर निवासी फुरकान नाम का एक शख्स मुरादनगर स्टेशन से कुछ ही दूरी पर रेलवे लाइन को क्षतिग्रस्त करने में लगा हुआ था। जैसे ही उसे शुरुआती दौर में पास के ही रहने वाले सचिन, शिवा और तुषार ने देखा तो उसे पकड़ लिया और उससे रेलवे लाइन क्षतिग्रस्त किए जाने का कारण पूछने लगे। इन तीनों को लगा कि यह कोई रेलवे का कर्मचारी नहीं है। बल्कि रेलवे लाइन को क्षतिग्रस्त करने में जुटा हुआ है। उसने इस दौरान रेलवे लाइन पर लगी फिश प्लेट पूरी तरह तोड़ दी थी।

तीनों युवकों ने अपनी होशियारी का परिचय देते हुए स्टेशन मास्टर गौरव सिंह को सूचित किया और रेलवे लाइन क्षतिग्रस्त करने वाले शख्स को पकड़कर उसकी जमकर धुनाई की। इसी बीच आसपास के और लोग भी जमा हो गए और उसे पकड़कर स्टेशन पर ले गए, जहां इसे एक कमरे में बंद किया गया। उसके बाद स्थानीय पुलिस और जीआरपी को भी सूचित किया गया। जिस स्थान पर यह शख्स रेलवे लाइन क्षतिग्रस्त करने में लगा हुआ था।

यदि वहां से उस वक्त कोई रेलगाड़ी निकलती तो निश्चित तौर पर बड़ा हादसा हो सकता था। इन तीनों किशोरों की सूझबूझ के कारण एक बड़ा हादसा टल गया। क्योंकि इन तीनों युवकों के द्वारा स्टेशन मास्टर को सूचित किया गया। उसके बाद स्टेशन मास्टर गौरव सिंह ने कंट्रोल रूम को सूचना देते हुए बताया कि 38/19 पोल संख्या के पास रेलवे लाइन कमजोर स्थिति में है, क्योंकि यहां की किसी के द्वारा फिश प्लेट हटा दी गई है। इसलिए ट्रेन को रोका जाए।

सूचना के आधार पर 8:59 पर दिल्ली से देहरादून जाने वाली ट्रेन को रोक दिया गया। फिर आनन फानन में रेलवे कर्मचारियों को बुलाकर रेलवे लाइन की फिश प्लेट सही कराने के बाद करीब 9:46 पर ट्रेन को वहां से निकाला गया। बहरहाल इन तीनों किशोरों की सूझबूझ के कारण ही यह बड़ा हादसा टला था। इनकी बहादुरी को देखते हुए मुरादाबाद जीआरपी के एसएसपी सुभाष चंद्र दुबे ने तीनों किशोरों के रिकॉर्ड मंगाए और उन्हें गणतंत्र दिवस पर पुरस्कृत करने की संतुति कर दी।

एसएसपी के आदेश के बाद मेरठ एसएचओ कृष्णावतार ने शनिवार की देर शाम ही तीनों किशोरों के परिजनों से बात कर उनकी पढ़ाई और आइडी जैसे तमाम रिकॉर्ड लिए और उन्हें मुरादाबाद रेंज में भेजा गया। ये तीनों युवक दयानंद कालोनी निवासी 15 वर्षीय तुषार पुत्र अजय 14 वर्षीय सचिन पुत्र अशोक एवं 16 वर्षीय सेवा पुत्र विजय हैं। तीनों किशोरों को गणतंत्र दिवस पर पुरस्कृत किए जाने की संस्तुति के बाद तीनों किशोरों के अलावा उनके परिजन और कालोनी वाले भी बेहद खुश हैं।


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