आरटीओ मंयक ज्योति ने बताया कि वर्तमान में गाजियाबाद में 3100 डीजल टैक्सी, 700 सीएनजी टैक्सी और 500 पेट्रोल की टैक्सी हैं। बैन लगने के बाद अब टीमों को एकत्रित करके नियमों को पालन कराने का प्रयास किया जाएगा। लोगों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए पब्लिक सेवा को दुरूस्त करने के लिए यूपी रोडवेज के साथ भी बैठक की जाएगी।