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थाने के बाहर युवक की हत्या, सीने में मारी 4 गोलियां, परिजनों का हंगामा

यूपी के गाजियाबाद में दिनदहाड़े युवक की हत्या कर दी गई। थाने के बाहर आरोपियों ने युवक पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। सीने में 4 गोली लगने से युवक की मौत हो गई।

UP News
प्रतीकात्मक तस्वीर। PC: Patrika

गाजियाबाद में मुरादनगर थाने के सामने युवक पर ताबड़तोड़ फायरिंग से हड़कंप मच गया। युवक, अपने पिता और भाई के साथ आरोपियों की शिकायत करने थाने गया था। थाने के बाहर निकलते ही आरोपियों ने हमला कर दिया। युवक के सीने में चार गोलियां मारी गईं। फायरिंग की आवाज सुनकर पुलिस कर्मी मौके पर पहुंचे तब तक आरोपी फरार हो गए। युवक को अस्पताल ले जाया गया, जहां उसे डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।

कार खड़ी करने को लेकर हुआ था विवाद

जानकारी के मुताबिक, आरोपियों का युवक और उसके पिता से कार निकालने को लेकर झगड़ा हुआ था। इसके बाद आरोपियों ने युवक के घर पर दो राउंड फायरिंग की थी। इसी की शिकायत करने युवक थाने पहुंचा था तभी आरोपियों ने घटना को अंजाम दिया। हत्या से आक्रोशित ग्रामीणों ने मुरादनगर थाने के सामने शव रखकर जाम लगा दिया। पुलिस अधिकारी लोगों को समझाने का प्रयास कर रहे हैं।

ये है पूरा मामला

मामला मुरादनगर थाना क्षेत्र के मिल्क रावली गांव का है। यहां रवि शर्मा अपने परिवार के साथ रहता था। पिता श्रीपाल शर्मा ने बताया कि भतीजी घर आई थी। रात 10 बजे वह वापस लौट रही थी। उसे छोड़ने मैं और रवि गए। कार सड़क किनारे खड़ी कर हम भतीजी को ऑटो में बैठा रहे थे, तभी गांव का मोंटी आ गया। उसने गाड़ी खड़ी करने के को लेकर विवाद शुरू कर दिया। कुछ देर बाद वे लोग मेरे घर आए। दो गोलियां गेट पर मारीं।

आरोपी की ‌शिकायत करने पहुंचे थे थाने

मैं, दोनों बेटे और एक पड़ोसी युवक के साथ थाने तहरीर देने गया। बड़ा बेटा बाहर ही रह गया। तभी पीछे से मोंटी और अजय वहां पहुंच गए। उन्होंने बेटे पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसा दीं। गोलियों की आवाज सुनकर हम लोग भी दौड़कर पहुंचे। देखा तो बेटा खून से लथपथ तड़प रहा था। हम उसे अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

15 दिन पहले ही जेल से छूटा था अजय

पुलिस जांच में सामने आया है कि गांव की एक लड़की से रेप के मामले में आरोपी अजय को मुरादनगर पुलिस ने 6 महीने पहले जेल भेजा था। 15 दिन पहले ही वह जेल से बाहर आया था। एडिशनल पुलिस कमिश्नर आलोक प्रियदर्शी ने बताया- आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए तीन टीमें गठित की गई हैं।