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दिल्ली से मेरठ के बीच चलने वाली रैपिड रेल कॉरिडोर के साथ ही अब मोदीनगर, मुरादनगर में भी नया मास्टर प्लान लागू होगा। इस पर गाजियाबाद विकास प्राधिकरण की 159वीं बोर्ड बैठक में मुहर लगा दी गई है। जीडीए की यह बोर्ड बैठक मेरठ में हुई, जिसमें मंडलायुक्त सुरेंद्र सिंह ने गाजियाबाद, मोदीनगर, मुरादनगर और लोनी की महायोजना 2031 को मंजूरी दी। इसके तहत मोदीनगर और मुरादनगर में 60 हेक्टेयर तो लोनी में 20 हेक्टेयर जमीन का भू उपयोग कृषि से बदलकर आवासीय किए जाने का भी रास्ता साफ हो चुका है। जिसके बाद मोदीनगर और मुरादनगर का क्षेत्र नई आवास योजनाओं को केंद्र बनेगा। इन इलाकों की अन्य जमीनों के रेटों में भी काफी उछाल आएगा।
जीडीए की 159वीं बोर्ड बैठक में गाजियाबाद विकास प्राधिकरण के तमाम बड़े अधिकारी और नगर निगम के नगर आयुक्त के अलावा तमाम अन्य प्रशासनिक अधिकारी भी मौजूद रहे। जिसमें कुल 19 प्रस्तावों को रखा गया। इस नए मास्टर प्लान में गाजियाबाद, डासना, मोदीनगर, मुरादनगर और लोनी का 55 हेक्टेयर क्षेत्र भी शामिल किया गया है। इस बैठक में कुल 19 प्रस्तावों को रखा गया, जिनमें से 12 प्रस्ताव को हरी झंडी मिल चुकी है।जिसके तहत तमाम महा योजनाओं को शामिल किया गया है। साथ ही उपयोग परिवर्तन की रुकावट दूर होने के बाद अब रैपिड रेल कॉरिडोर के बराबर आवासीय क्षेत्रों को भी विकास के पंख लगते हुए नजर आएंगे।
औद्योगिक हब विकसित करने पर भी लगी मुहर
महायोजना में गाजियाबाद डासना का 35000 हेक्टेयर क्षेत्र भी शामिल किया गया है। साथ ही इस क्षेत्र में महायोजना के अंतर्गत डासना क्षेत्र और उसके आसपास नया औद्योगिक हब विकसित किया जाएगा। डासना में ही पेरीफेरल एक्सप्रेसवे के पास वेयरहाउस लॉजिस्टिक की स्थापना भी की जाएगी। वहीं पर ट्रांसपोर्ट नगर भी बनाया जाएगा।
बदल जाएगी गाजियाबाद की सूरत
गाजियाबाद विकास प्राधिकरण की यह बोर्ड बैठक बेहद महत्वपूर्ण मानी जा रही है। क्योंकि इसमें सभी ऐसे महत्वपूर्ण प्रस्तावों पर मुहर लगी है। जिन प्रस्तावों के तहत जिले के तमाम विकास कार्यों को और पंख लग जाएंगे और गाजियाबाद की सूरत एकदम ही बदल जाएगी।
Published on:
01 May 2022 01:58 pm
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