
गाजियाबाद. कृषि कानूनों के विरोध दिल्ली कूच करने वाले सभी किसानों को गाजियाबाद में यूपी गेट पर ही राेक दिया गया है। 10 दिन से किसान यूपी गेट पर ही धरना दिए बैठे हैं। कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर किसानों की संख्या दिन ब दिन बढ़ती ही जा रही है। हालांकि सरकार और किसानों के बीच सामंजस्य बैठाने के भी प्रयास जारी है, लेकिन अभी तक कोई निष्कर्ष नहीं निकला है। किसान अभी भी अपनी मांगों पर अडिग हैं। अब किसानों ने आर-पार की लड़ाई का आह्वान करते हुए 8 दिसंबर को भारत बंद का ऐलान कर दिया है।
गौरतलब है कि कृषि कानूनों के विरोध में बैठे किसानों को विपक्षी दलों का भी समर्थन मिल रहा है, जिससे उनके हौसले और ज्यादा बुलंद हो गए हैं। वे कृषि कानून वापसी के अलावा किसी भी शर्त पर मानने को तैयार नहीं हैं। यही वजह है कि किसानों ने आंदोलन को और ज्यादा बड़ा करने के लिए 8 दिसंबर को भारत बंद का आह्वान कर दिया है। जिसे रालोद, कांग्रेस समेत कई विपक्षी दलों ने समर्थन दे दिया है। वहीं, पुलिस प्रशासन भी हर स्थिति से निपटने के लिए कमर कस चुका है। बॉर्डर पर जहां किसानों की संख्या में इजाफा हो रहा है तो प्रशासन पुलिस बल में भी लगातार बढ़ोतरी हो रही है।
8 दिसंबर को बड़ी संख्या में शादियां
बता दें कि 8 दिसंबर को जहां किसानों ने भारत बंद का ऐलान किया है, वहींं इसका सबसे ज्यादा असर शादियों पर पड़ सकता है। क्योंकि 8 दिसंबर नोएडा-गाजियाबाद में सर्वाधिक शादियां है। 8 दिसंबर को सभी बैंक्वेट हाल, फॉर्म हाउस और बारात घर पहले से ही बुक हैं। भारत बंद के कारण लोगों को परेशानी का सामना तो करना ही पड़ेगा। खासतौर से शादी वाले परिवार या शादी में जाने वाले लोग किस तरह से मुसीबत से बच पाएंगे? यह एक बड़ा सवाल है। हालांकि पुलिस प्रशासन का दावा है कि पुलिस हर परिस्थिति से निपटने के लिए तैयार है।
Published on:
06 Dec 2020 04:34 pm
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