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केन्द्र सरकार में बड़े बदलाव की उठी मांग, इस नेता को उपप्रधानमंत्री बनाने के लिए RSS में पहुंचा प्रस्ताव

भाजपा के वरिष्‍ठ नेता ने आरएसएस को लिखा पत्र- पार्टी और सरकार में बड़े बदलाव की रखी मांग

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गाजियाबाद. तीन राज्यों में सत्ता गंवाने के बाद अब भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पीएम मोदी के खिलाफ भी आवाजें बुलंद होने लगी है। भाजपा में शाह और मोदी के वर्चस्व को समाप्त करने के लिए पार्टी के एक दिग्गज नेता और अटल बिहारी की सरकार में मंत्री रहे संघप्रिय गौतम ने संघ को पत्र लिखकर पार्टी और सरकार में बड़े बदलाव की मांग की है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के संस्‍थापक सदस्‍यों में से एक रहे संघप्रिय गौतम ने प्रधानमंत्री मोदी और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी समेत आरएसएस को एक पत्र लिखा है। इसमें उन्‍होंने कहा है कि अगर मोदी को दोबारा प्रधानमंत्री बनाना है तो संगठन में फेरबदल करने होंगे। साथ ही उन्‍होंने कई समस्‍याओं पर भी ध्‍यान देने को कहा है।

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संघ को लिखे पत्र में उन्होंने कहा है कि पांच राज्‍यों में हुए चुनाव में मोदी मंत्र और अमित शाक का चक्रव्‍यूक निष्‍प्रभावी साबित हुआ। राजस्‍थान, मध्‍य प्रदेश और छत्‍तीसगढ़ में भाजपा की सरकार चली गई। हार की जिम्‍मेदारी नरेंद्र मोदी और अमित शाह को अपने सिर पर लेनी चाहिए। जल्‍द ही लोकसभा चुनाव होने हैं। इनमें मोदी मंत्र नहीं चलेगा। कार्यकर्ता निराश हैं। उनका कहना है कि भाजपा को दोबारा सत्‍ता में आना और मोदी को प्रधानमंत्री बनना जरूरी है। इसके लिए सरकार और संगठन में फेरबदल करना चाहिए। नितिन गडकरी को उप्रधानमंत्री बनाना चाहिए। योगी आदित्‍यनाथ को धर्मिक कार्यों में लगाकर राजनाथ सिंह को मुख्‍यमंत्री बना देना चाहिए। अमित शाह को अब राज्‍यसभा में भेजकर शिवराज सिंह चौहान को भाजपा अध्‍यक्ष की जिम्‍मेदार सौंपनी चाहिए। इससे कार्यकर्ताओं में फिर से जोश आएगा।

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गौरतलब है कि संघप्रिय गौतम अटल बिहारी बाजपेयी की सरकार में केंद्रीय मंत्री रह चुके हैं। वह भारतीय जनता पार्टी के संस्‍थापक सदस्‍यों में से एक रहे हैं। इसके अलावा संगठन में राष्‍ट्रीय स्‍तर पर भी कई महत्‍वपूण्र जिम्‍मेदारी संभाल चुके हैं। उनका कहना है कि उन्‍होंने अपने खून-पसीने से इस पार्टी को आज इस मुकाम पर पहुंचाया है और हालत देखकर दुख होता है। तीन राज्‍यों में भाजपा क हार से उन्‍हें बहुत तकलीफ होती है। उन्‍होंने भाजपा के वरिष्‍ठ नेताओं और आरएसएस को इसके लिए पत्र भी लिखा है।