
VIDEO: रेलवे स्टेशन पर नहीं हुआ था कोई हादसा, फिर भी यात्रियों को 'बचाने’ में जुट गए अधिकारी, जानिये क्यों
गाजियाबाद। जनपद में शुक्रवार को रेलवे स्टेशन के यार्ड में जीआरपी, आरपीएफ, एनडीआरएफ और स्थानीय पुलिस में दमकल विभाग की टीम और स्वास्थ्य विभाग और सिविल डिफेंस द्वारा राहत और बचाव कार्य के लिए एक मॉक ड्रिल किया गया।
इस दौरान ट्रेन के डिब्बे को पलटते हुए दिखाया गया और इस दौरान ट्रेन के डब्बे में मौजूद सभी यात्रियों को किस तरह से सुरक्षित निकाला जाए और उनकी जान बचाई जाए। वह सब संयुक्त टीम द्वारा किया गया। यानी साफ तौर पर इस मॉक ड्रिल के बाद यह साबित हो गया। कि यदि भविष्य में इस तरह की कोई घटना घटती है। तो निश्चित तौर पर सभी विभाग पूरी तरह तैयार है। इस अवसर पर रेलवे के बड़े अधिकारी भी मौजूद रहे।
इस अवसर पर खासतौर से यह आंकलन किया गया कि यदि भविष्य में इस तरह की कोई घटना घटित होती है तो उससे किस तरह से उभरा जाए और लोगों की जान किस तरह बचाई जा सकती है। इस पूरे मामले की जानकारी देते हुए 8 एनडीआरएफ डिप्टी कमांडेंट राजकमल ने बताया कि अक्सर इस तरह के हादसे हो जाते हैं और इन हादसों में फंसे लोगों को किस तरह से बचाया जाए और उन्हें अस्पताल में पहुंचाया जाए। इन सभी बिंदुओं को ध्यान में रखते हुए यह संयुक्त रूप से मॉक ड्रिल किया गया है।
उन्होंने बताया कि सर्वप्रथम ट्रेन के डब्बे को पलटा हुआ दिखाया गया। उसके अंदर फंसे लोगों को ट्रेन के डिब्बे के ऊपर और साइड से काट कर उन्हें निकाला गया। इस मॉक ड्रिल के दौरान जिन लोगों की मौत होने की सूचना मिली थी। उनके शव को संयुक्त टीमों के द्वारा बाहर निकाला गया। इसके अलावा ज्यादातर यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाला गया। कुछ यात्री घायल थे. उन्हें भी जल्द से जल्द संयुक्त रूप से अभियान चला कर उन्हें बाहर निकाला गया और घायलों को जल्द से जल्द अस्पताल पहुंचाया जा सके, इस पूरे मामले में स्वास्थ्य विभाग की भी अहम भूमिका दिखाई दी।
सबसे बड़ा योगदान एनडीआरएफ की टीम का सामने आया है। इसके अलावा स्थानीय पुलिस और जीआरपी काफी बड़ा योगदान यह रहा कि हादसे के तुरंत बाद सबसे पहले जीआरपी मौके पर पहुंची और स्थानीय पुलिस को सूचित करते हुए अन्य टीमों को सूचित किया गया। सूचना मिलते ही सिविल डिफेंस के सदस्य भी मौके पर पहुंचे। जिन्होंने राहत और बचाव कार्य में अपना विशेष योगदान दिया। जो सूचना के आधार पर तत्काल प्रभाव से मौके पर पहुंची और राहत और बचाव कार्य शुरू किया गया।
एनडीआरएफ के डिप्टी कमांडेंट राजकमल ने बताया कि बहरहाल भविष्य में यदि इस तरह की कोई घटना घटती है तो जीआरपी, स्थानीय पुलिस, स्वास्थ्य विभाग, दमकल विभाग और सिविल डिफेंस और आरपीएफ के साथ साथ गाजियाबाद में मौजूद रहने वाली एनडीआरएफ की टीम इस हर परिस्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं।
Published on:
26 Apr 2019 03:00 pm
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