यह भी पढ़ें-
श्रीकृष्ण जन्मभूमि विवाद : कटरा केशव देव मामले में अब 8 मार्च को होगी अगली सुनवाई बता दें कि दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे के निर्माण की निर्धारित समय सीमा के हिसाब से एनएचएआई के पास पांच मार्च तक का वक्त है। जबकि अभी तक भी काफी हिस्से में निर्माण कार्य अधूरा है। गाजीपुर बॉर्डर से डासना के बीच लालकुआं लूप के साथ अलीगढ़ रेलवे लाइन पर आरओबी (रेलवे ओवर ब्रिज) बनाने का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। वहीं, बम्हैटा के नजदीक सर्विस रोड और नाले के निर्माण का कार्य शेष है। जबकि डासना से ईस्टर्न पेरिफेरल के बीच लूप और एलिवेटेड रोड बनाने का कार्य भी तेज गति से चल रहा है। अथॉरिटी ने दावा किया है कि निर्धारित समय पर दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे को आम लोगों के लिए शुरू कर दिया जाएगा। इसके साथ ही टोल वसूलने की प्रक्रिया भी शुरू होगी।
दो तरह से वसूला जाएगा टोल दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर एनएचएआई ने दो तरह से टोल वसूलने की व्यवस्था करेगा। पहली व्यवस्था के मुताबिक, हाईब्रिड कैमरों से चलती गाड़ी को स्कैन कर टोल वसूला जाएगा। एक्सप्रेसवे पर हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट के जरिये ऑटोमैटिक टोल वसूलने की व्यवस्था होगी। इसके तहत चलती गाड़ी से टोल कटेगा। ऑटोमैटिक नंबर की यह व्यवस्था फास्टैग नंबर से अटैच होगी। जैसे ही आप सराय काले खां से दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे की लेन में चलेंगे और यूपी गेट से निकलते ही उतनी ही दूरी का टोल टैक्स कटेगा।
यहां बनाए गए टोल प्लाजा दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर एनएचएआई टोल वसूलने के लिए टोल प्लाजा भी लगाएगा। जहां टोल बूथ के जरिये वाहनों से टोल टैक्स वसूला जाएगा। इसके लिए एनएचएआई ने मोदीनगर में भोजपुर लूप और परतापुर लूप के अलावा ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे लूप और आईएमएस डासना पर टोल बूथ बनाए हैं। जहां फास्टैग के जरिए टोल टैक्स की वसूली की जाएगी।