पुलिस के सूत्रों के मुताबिक जिन लोगों ने इस बच्चे को यहां पर फेंका होगा उन्होने इसे मृत समझ लिया होगा। इसके अलावा अन्य कई कारण ऐसे है जोकि समाज की सोच को उजागर करते है। बरहाल बच्चे की मां नहीं चाहिती थी कि वो इस दुनिया में आए। अभी तक भी बच्चे के किसी परिजन का पता नहीं लगा है। लगातार इसके लिए कोशिश की जा रही है।
एसपी देहात अरविंद कुमार मौर्य का कहना है कि ठंड के इस मौसम में बच्चा इस बैग में नहर के पास जंगल में पड़ा हुआ था। जिसे एक दंपत्ति द्वारा उठा कर पुलिस को सौंपा गया है जिसके बाद बच्चे को अस्पताल में भर्ती कराया गया और उसे आशा दीप फाउंडेशन के पास रखा गया है और अब बच्चे की जान बच गई है । राहगीर ने देखा और पुलिस को बताया। पुलिस ने बच्चे को बैग में से निकाल कर एक संस्था के पास रख दिया है। जहां बच्चा स्वस्थ है। तमाम जिलों को बच्चे की तस्वीर भेज दी गई है कि किसी जिले से कोई बच्चा तो किडनैप नहीं हुआ है। सभी एंगल्स के बावजूद अभी तक कुछ निकल कर सामने नहीं आया है।