
आशुतोष पाठक
गाजियाबाद। जनपद के सहायक जिला शासकीय अधिवक्ता संजीव कुमार और उनके परिवार की जान खतरे में है। उन्हें और उनके परिवार को जान से मारने का धमकी दो बार दी जा चुकी है। दो दिन में दो बार सरेआम घर आकर बदमाशों द्वारा धमकी दिए जाने से उनका परिवार दहशत में है। संजीव ने यह जानकारी गाजियाबाद के एसएसपी को दी, जिसके बाद उनके घर पर पहले दो और बाद में चार कांस्टेबल तैनात कर दिए गए हैं। हालांकि, घटना गत शुक्रवार की है और पांच दिन बाद भी पुलिस को कोई सुराग नहीं मिला है।
संजीव ने पत्रिका को बताया कि गाजियाबाद की एससी-एसटी कोर्ट में वह सहायक शासकीय अधिवक्ता है। गत शुक्रवार दोपहर जब वह कोर्ट में थे, तभी घर से उनकी पत्नी ने फोन किया। पत्नी बोलीं, आपने जिन दो लोगों को भेजा है, उन्हें कौन सी फाइल देनी है। पत्नी ने यह भी बताया कि दोनों के पास हथियार भी हैं। इस पर संजीव बोले, मैंने किसी को कोई भी फाइल लेने नहीं भेजा है। पत्नी ने बताया कि दो शख्स घर पर आए हैं और आपने उनसे कोई फाइल मंगवाई है। संजीव ने जब उनसे बात कराने को कहा तो एक शख्स ने फोन पर धमकी दी कि दस लाख रुपये अगर नहीं दिए तो तुम और तुम्हारे परिवार को जान से मार देंगे। इसकी जानकारी एसएसपी सुधीर कुमार सिंह को दी गई।
मामला चूंकि सरकारी वकील से जुड़ा था, इसलिए पुलिस तुरंत हरकत में आई और उनके घर पर दो कांस्टेबल तैनात कर दिए गए। लेकिन एक ही दिन बाद रविवार को फिर घर आकर एक शख्स पत्र देकर गया। इसमें बड़े-बड़े अक्षरों में मौत शब्द लिखा था। एक बार फिर पुलिस को इसकी जानकारी दी गई, जिसके बाद उनके घर की सुरक्षा बढ़ा दी गई और दो की जगह चार कांस्टेबल तैनात कर दिए गए। घटना को करीब पांच दिन बीत चुके हैं और पुलिस के हाथ अब भी खाली हैं।
संजीव ने पत्रिका को बताया कि उनकी किसी से कोई दुश्मनी या रंजीश नहीं है। वह ऐसा कोई केस भी नहीं लड़ रहे, जिसमें कोई दूसरा पक्ष उन्हें रोक रहा हो। इससे पहले भी कभी उन्हें धमकी नहीं दी गई, लेकिन इधर जल्दी-जल्दी दो बार धमकी दिए जाने से मैं और मेरा परिवार दहशत में है। हालांकि, संजीव पुलिस की अभी तक की कार्रवाई से संतुष्ट हैं, लेकिन पांच दिन बाद भी अभी तक पुलिस के हाथ खाली क्यों हैं, इस पर कोई जवाब नहीं दे पा रहा।
सीसीटीवी कैमरा 6 महीने से खराब -
पुलिस जब वसुंधरा स्थित संजीव के घर पहुंची तो वहां पता लगा सोसाइटी में लगा कैमरा करीब छह महीने से खराब पड़ा है। संजीव के मुताबिक, सोसाइटी और बिल्डर के बीच किसी बात को लेकर विवाद चल रहा है, इस वजह से कोई भी पक्ष सीसीटीवी कैमरा नहीं बनवा रहा है। वहीं, दूसरी बार धमकी मिलने के बाद संजीव ने अपने घर में रविवार को कैमरा लगवाया। आसपास भी कहीं कैमरा नहीं होने से पुलिस को बदमाशों के सुराग तलाशने में कठिनाई हो रही है।
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संजीव कुमार सरकारी वकील हैं। सभी तरह के केस इनके पास आते हैं और उनमें इन्हें बहस भी करनी पड़ती है। हो सकता है किसी केस के ही आरोपियों ने उन पर दबाव बनाने के लिए ऐसा किया हो। यह जो भी है, गलत है। पुलिस को इस पर तुरंत कार्रवाई कर परिवार को सुरक्षा मुहैया करानी चाहिए।
- हरप्रीत सिंह, उपाध्यक्ष, बार एसोसिएशन, गाजियाबाद
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संजीव कुमार को धमकी दिए जाने का मामला सामने आया है। चार कांस्टेबल उनके परिवार की सुरक्षा में 24 घंटे तैनात हैं। इस हरकत के पीछे कौन लोग हैं, उनकी तलाश की जा रही है। जल्द ही पूरे मामले का खुलासा करेंगे।
- सुधीर कुमार, एसएसपी , गाजियाबाद
Updated on:
10 Dec 2019 08:24 pm
Published on:
10 Dec 2019 06:53 pm
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