
गाजियाबाद. दिल्ली से सटे गाजियाबाद के लोनी इलाके में स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही का मामला सामने आया है। स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही के कारण एक शख्स को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा। न्यू विकास नगर कालोनी में रहने वाला एक शख्स दर्द से बुरी तरह कराह रहा था। परिजनों ने सरकारी एंबुलेंस 108 और 102 सेवाओं को फोन किया और एंबुलेंस को बुलाया। लेकिन एंबुलेंस मौके पर नहीं पहुंची। बाद में उसके परिजन निजी वाहन से मरीज को उपचार के लिए दिल्ली के जीटीबी अस्पताल लेकर पहुंचे।
बताया गया है कि वह काफी समय बाद अस्पताल पहुंचा था। अस्पताल पहुंचते ही डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मूलरूप से सिकंदरपुर जिला उन्नाव के रहने वाले त्रिवेणी प्रसाद पिछले लंबे समय से लोनी की न्यू विकास नगर में परिवार के साथ रहता था। सुबह करीब पांच बजे उनके सीने में अचानक दर्द होने लगा। जब दर्द असहनीय हो गया तो उसने परिजनों को जानकारी दी। परिजनों ने उन्हें अस्पताल ले जाने के लिए एंबुलेंस सेवा 108 और 102 पर कई फोन किया।
बताया गया है कि काफी समय तक फोन नहीं उठा। बाद में घरवालों ने अपने पड़ोसियों को मदद के लिए बुलाया। पड़ोसियों ने भी काफी देर तक एंबुलेंस सेवा पर फोन किया, लेकिन एंबुलेंस नहीं पहुंची। फिर पीड़ित को पड़ोसी की कार लेकर दिल्ली के जीटीबी अस्पताल पहुंचे। जांच के बाद डाक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। इस पर पल्ला झाड़ते हुए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अधीक्षक जीपी मथुरिया का कहना है कि एंबुलेंस सेवाएं लखनऊ से संचालित की जाती है। घटना की जानकारी उच्च अधिकारियों को दी गई है। उन्होंने कहा कि इस पूरे मामले में जांच के बाद संबंधित कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
Published on:
07 Apr 2018 01:26 pm
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