
गाजियाबाद। भारतीय वायुसेना ने गुरुवार को अपना 88वां स्थापना दिवस बड़े हर्षोल्लास से मनाया। इस दौरान गाजियाबाद के हिंडन एयरबेस पर वायुसेना ने अपनी ताकत का प्रदर्शन किया। अबकी बार एयरफोर्स के बेड़े में राफेल को भी शामिल किया गया है। इसके अलावा आकाश मिसाइल, ध्रुव हेलिकॉप्टर, मिराज-2000, जगुआर, तेजस, सुखोई-30 एमकेआई, रोहिणी रडार सिस्टम, अपाचे हेलिकॉप्टर और सी-130जे सुपर हरक्यूलिस परिवहन विमान शामिल हुए। राफेल के समेत वायुसेना के कई 56 लड़ाकू विमानों ने अपनी ताकत का जोरदार प्रदर्शन किया। जिसे देखकर लोग खूब रोमांचित हुए।
वहीं कार्यक्रम के दौरान वायुसेना प्रमुख आरकेएस भदौरिया ने अपने संबोधन में कहा कि भारतीय वायुसेना भविष्य में 6 जनरेशन फाइटर तकनीकी को बढ़ावा देने पर काम कर रही है। इसके अलावा हाइपरसोनिक मिसाइल तकनीक को भी डेवलप करने से लेकर अल्ट्रा मॉर्डन ड्रोन सिस्टम की आर्म फोर्सेज में पैठ बढ़ाई जाएगी। एयरफोर्स को रॉफेल, चिनूक और अपाचे से ताकत बढ़ी है। तेजस की संख्या में भी आने वाले वर्षों में बढ़ोतरी होगी। कोरोना काल में एयरफोर्स ने शानदार काम किया है। एयरफोर्स किसी भी चुनौती के लिए तैयार है। देश की संप्रभुता की रक्षा करने के लिए वायुसेना हमेशा तैयार है।
राष्ट्रपति व पीएम ने दी बधाई
वायुसेना दिवस पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी भारतीय एयरफोर्स की तारीफ की और बधाई दी। राष्ट्रपति ने कहा कि राष्ट्र वायुसेना के जवानों का सदैव ऋणी है, जिनकी वजह से हमारा आकाश सुरक्षित है। जिन्होंने आपदा के समय में लोगों की मदद करने में हमेशा अग्रणी भूमिका निभाई है। कार्यक्रम के दौरान तीनों सेनाओं के प्रमुख कार्यक्रम स्थल पर मौजूद रहे। वायुसेना अध्यक्ष आरकेएस भदौरिया ने खास परेड का निरीक्षण किया।
Published on:
08 Oct 2020 12:49 pm
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