
पत्रिका न्यूज नेटवर्क
गाजियाबाद/मुजफ्फरनगर/शामली. जिले के खाप चौधरी 28 दिसंबर को सिंधु बॉर्डर के लिए कूच करेंगे। शामली के लिलौन में हुई गठवाला और कालखंडे खाप के चौधरियों की बैठक में यह फैसला लिया गया। साथ ही कहा गया कि किसान आंदोलन में पूरे दल-बल के साथ शमिल हुआ जाएगा। वहीं, किसानों को दिल्ली कूच करने से रोकने लिए पुलिस प्रशासन ने भी पूरी व्यवस्था कर रखी है। किसानों को जिलों की सीमाओं पर ही रोकने के लिए बैरिकेडिंग के साथ पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। इधर, शनिवार को किसानों ने गाजियाबाद में दिल्ली गेट पर जाम लगा दिया। इस कारण दिल्ली आने-जाने वाले लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
बता दें कि जिले के खाप चौधरी पिछले कई दिनों से आंदोलन में शामिल होने की रणनीति बनाने में जुटे थे। कालखंडे और गठवाला खाप के चौधरी गांवाें में बैठकें आयोजित कर किसान आंदोलन में शामिल होने की तैयारी कर रहे थे। शुक्रवार को लिलौन में हुई बैठक में गठवाला खाप के चौधरी बाबा हरिकिशन मलिक के पुत्र राजेंद्र मलिक, थांबेदार श्याम सिंह और चौधरी रविंद्र सिंह व कालखंडे खाप के चौधरी संजय कालखंडे, किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष सवित मलिक शामिल हुए। इस दौरान तय किया गया क 28 दिसंबर को सुबह दस बजे किसान आंदोलन में शामिल होने के लिए रवाना होंगे।
27 को कांधला में जाम की घोषणा
शामली के युवा किसान नेता राजन जावला का कहना है कि कांधला में 27 दिसंबर को दिल्ली-सहारनपुर हाइवे को अनिश्चितकाल के लिए जाम किया जाएगा। उन्होंने बताया कि जब तक सरकार किसान विरोधी कानूनों को वापस नहीं लेती है, तब तक यह आंदोलन जारी रहेगा।
गठवाला खाप ने भेजा राशन
बता दें कि मुजफ्फरनगर के फुगाना से कृषि कानूनों के विरोध में राष्ट्रीय राजधानी की सीमाओं पर डटे किसानों के लिए गठवाला खाप ने डीसीएम में राशन लादकर पहुंचाया गया है। किसानों का कहना है कि वह अपने हक की लड़ाई लड़ने वाले किसानों के सामने किसी तरह की समस्या नहीं आने देंगे। किसानों को खाप का पूरा समर्थन है। सर्वसम्मति से निर्णय लेने के बाद राजधानी की सीमाओं पर डटे किसानों के लिए राशन पहुंचाया जा रहा है। आटा, चावल, दाल, मसाले और सब्जी आदि दिल्ली की सीमाओं पर भेज दी गई है। चौधरियों ने कहा कि किसान के बेटे देश की रक्षा में सीमाओं पर गोलियां खा रहे हैं। वहीं, देश को अन्न खिलाने वाला अनदाता सरकार के सामने अपने अधिकारों की भीख मांग रहा है।
दिल्ली-गाजियाबाद बॉर्डर रहा जाम
नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसान लगातार आंदोलनरत हैं। शनिवार को किसानों ने दिल्ली-गाजियाबाद बॉर्डर पर जाम लगा दिया। बड़ी संख्या में किसान यूपी गेट पर जमा हो गए। जिससे दिल्ली-मोहन नगर रोड (दिल्ली-गाजियाबाद बॉर्डर) पूरी तरह से जाम हो गया। दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने ट्वीट करते हुए कहा कि किसानों के प्रदर्शन की वजह से एनएच-9 और एनएच-24 बंद हो गया है। ऐसे में दिल्ली से गाजियाबाद जाने वाले लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने दिल्ली से गाजियाबाद जाने के लिए वैकल्पिक मार्ग डीएनडी, आईटीओ और वजीराबाद से जाने की अपील की।
बिजनौर की सीमाएं सील
वहीं, बिजनौर के किसानों को दिल्ली जाने से रोकने के लिए जिले की सभी सीमाओं काे पुलिस ने सील कर दिया है। सभी मार्गों पर पुलिस फोर्स का तैनात कर दिया गया है, ताकि कोई भी किसान दिल्ली कूच न कर सके। जिला प्रशासन को अंदेशा है कि बिजनौर के किसान आंदोलन में शामिल होकर आम जन के लिए मुश्किलें खड़ी कर सकते हैं। इसी तरह वेस्ट यूपी के हर जिले की पुलिस किसानों को दिल्ली जाने से रोकने के प्रयास में जुटी है। बता दें कि मुजफ्फरनगर के छपार थाना पुलिस ने भाकियू तोमर के किसानों को दिल्ली जाने से रोक दिया था। भाकियू तोमर के कार्यकर्ता किसान आंदोलन का समर्थन करने के लिए दिल्ली कूच की तैयारी में थे।
Published on:
26 Dec 2020 04:18 pm
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