नवरात्रि के पहले ही दिन गाजियाबाद के डबाना गांव में कुट्टू का आटा खाने से 100 से ज्यादा लोगों को उल्टी-दस्त की शिकायत हो गई। कई लोगों को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। इन लोगों का इलाज करने वाले डॉक्टरों ने आटे में मिलावट को तबीयत खराब होने की वजह बताया है।
कुट्टू के आटे में मिलावट कर रही बीमार नवरात्रि के दिनों में हर साल ही अलग-अलग शहरों से कुट्टू के आटे में मिलावट की शिकायत आती है। कई लोग इससे बीमार भी पड़ते हैं। इसकी वजह ये है कि कुट्टू के आटे में कई तरह की खराब चीजें मिला दी जाती है।
कुट्टू का आटा तो नवरात्र में खाना ही पड़ता है लेकिन मिलावट से कैसे बचें? इसका तरीका ये है कि कुट्टू का आटा घर पर बनाया जाए। ऐसा नहीं है कि आपको बहुत मेहनत या समय इसमें खर्च करना पड़ेगा, बस कुछ मिनट में आप ये कर सकते हैं। कुट्टू का आटा बनाने के तरीके से पहले ये जान लीजिए कि इसको ही नवरात्रि में क्यों खाया जाता है।
कुट्टू का आटा ही क्यों खाते हैं? नवरात्रि में उपवास के चलते अनाज नहीं खाते इसलिए कुट्टू का इस्तेमाल होता है। इसकी वजह ये है कि कुट्टू भले ही देखने में भले ही किसी अनाज जैसा लगे लेकिन इसे अनाज नहीं माना जाता। कुट्टू एक फल है। कुट्टू का इस्तेमाल फलाहार की तरह से होता है।
घर पर कैसे बनाएं कुट्टू का आटा? मार्केट में मिलने वाले कुट्टू के आटे में मिलावट को पकड़ना आसान काम नहीं है। ऐसे में घर पर कुट्टू से आटा बना लेना एक सेफ तरीका हो सकता है। इसके लिए क्या करना है, ये हम आपको बता रहे हैं।
कुट्टू का आटा बनाने के लिए सबसे पहले हमें कुट्टू के बीज बाजार से लेकर आने होंगे। बीज धोकर साफ करने के बाद इनको एक-एक कप लेकर मिक्सर में पीस लें। अगर एक बार में आटा कम बारीक लगे तो बारीक करने के लिए दोबारा पीसा जा सकता है।
कुट्टू का आटा जल्दी खराब नहीं होता है। एक बार आप आटा पीसकर डिब्बे में अच्छे से बंद कर दें तो कई महीने तक इसका इस्तेमाल हो सकता है। यानी एक दिन में अगर आप मेहनत कर लें तो महीनों तक बिना मिलावट घर का कुट्टू का आटा इस्तेमाल कर सकते हैं।