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गाजियाबाद के श्मशान घाट पर लगा बोर्ड अंतिम संस्कार के लिए यहां जगह नहीं बची

गाजियाबाद में श्मशान घाट cremation ground पर अंतिम संस्कार करने के लिए भी जगह नहीं बची ,तो अब यहां लगाया गया बड़ा बोर्ड। जिस पर लिखा गया है यह अंतिम संस्कार करने के लिए जगह नहीं बची है इसलिए विकल्प के तौर पर अन्य श्मशान घाट पर अंतिम संस्कार किया जाए

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पत्रिका न्यूज नेटवर्क

गाजियाबाद ghazibad news सरकारी आकड़ें भले ही कम माैत दिखा रहे हों लेकिन गाजियाबाद के श्मशान घाट में अब अंतिम संस्कार के लिए जगह नहीं बची। आप यह जाानकर हैरान हाे जाएंगे कि यहां श्मशान घाट के बाहर बोर्ड लग गया है जिस पर लिखा है कि अंतिम संस्कार के लिए जगह नहीं बची। संस्कार के लिए किसी अन्य श्मशान घाट जाएं।

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latest ghazibad news कोविड-19 संक्रमण COVID-19 virus से होने वाली माैतों की संख्या अब बढ़ती जा रही है। यह अग बात है कि सरकारी आंकड़ों के मुताबिक पिछले 24 घंटे में गाजियाबाद में महज दो लोगों की मौत बताई जा रही है लेकिन श्मशान घाट पर लंबी कतार लगी है। इतना ही नहीं श्मशान घाट पर अंतिम संस्कार कराने वाले आचार्य मनीष पंडित ने अब वहां एक बड़ा बोर्ड भी लगा दिया है जिस पर लिखा गया है कि यहां अंतिम संस्कार के लिए जगह नहीं बची है। इसलिए अन्य किसी श्मशान घाट पर विकल्प के रूप में अंतिम संस्कार किया जाए।

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गाजियाबाद के हिंडन नदी पर बने श्मशान घाट पर अंतिम संस्कार करने के लिए लोगों को लंबी लाइन में लगना पड़ रहा है। लंबी लाइन में लगने के बाद अंतिम संस्कार नहीं कर पा रहे हैं क्योंकि श्मशान घाट पर अंतिम संस्कार कराने वाले आचार्य मनीष पंडित ने यहां बोर्ड लगा दिया है। बोर्ड पर साफ शब्दों में लिखा है कि घाट में अंतिम संस्कार करने के लिए जगह नहीं बची है। अन्य जगह बने श्मशान घाट पर अंतिम संस्कार किया जाए या बृजघट ले जाया जाएं। इस बोर्ड के लगने के बाद से लोगों को बड़ी परेशानी हो रही है क्योंकि जिन लोगों की मौत हुई है उन्हें पहले अस्पताल में बेड और ऑक्सीजन नहीं मिल पाई थी और अब मरने के बाद उन्हे श्मशान में भी जगह नहीं मिल रही।

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हिंडन नदी श्मशान घाट पर सामान्य मौत होने वाले लोगों के लिए अलग से अंतिम संस्कार किया जा रहा है जबकि कोविड-19 संक्रमण से मौत होने वाले लोगों के लिए अलग अंतिम संस्कार करने की जगह बनाई गई है लेकिन दोनों ही जगह पूरी तरह से फुल हैं। आचार्य मनीष पंडित का कहना है कि उनके यहां अंतिम संस्कार कराने वालों की ज्यादा भीड़ हो गई है इसलिए उन्हें मजबूरी में अब यह बोर्ड लगाना पड़ा है।

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