कानपुर की घटना के बाद भी में भी इंजेक्शन की कालाबाजारी Remdesivir Injection Black marketing के मामले नहीं रुक रहे। गजियाबाद में 900 रुपये के इंजेक्शन Remdesivir के एवज में दस गुना अधिक कीमत वसूली जा रही है।अस्पतालों में इस इंजेक्शन की भारी किल्लत है और बाहर मुनाफाखोर इस इंजेक्शन Coronavirus drug Remdesivir के बदले मुनाफा वसूल रहे हैं। गाजियाबाद IMA के अध्यक्ष आशीष अग्रवाल के अनुसार भर्ती होने वाले 80 फीसदी मरीजों काे इस Remdesivir Covid-19 Treatment इंजेक्शन की आवश्यकता हाेती है।
एक मरीज काे छह इंजेक्शन तक की आवश्यकता हाेती है लेकिन हालात ऐसे हैं कि एक इंजेक्शन भी मुश्किल से ही मिल पा रहा है। ऐसे में लाेगाें के सामने मुनाफाखोरों के पास जाने की मजबूरी हाेती जाती है। इन्ही बढ़ते मामलों को देखते हुए अब यूपी सरकार UP government ने मुनाफाखोरों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का मन बना लिया है। हाल ही में कानपुर में पकड़े गए तीनाें आराेपियाें के खिलाफ राज्य सरकार ने यूपी पुलिस काे कड़ी कार्रवाई के आदेश दिए हैं।
कानपुर पुलिस कमिश्नर असीम अरुण ने बताया कि वर्तमान अच्छे नहीं है। ऐसे में गैर कानूनी कार्य करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। कानपुर एसटीएफ टीम ने गुरुवार को 265 इंजेक्शन के साथ जिन तीन लोगों काे गिरफ्तार किया है। अब उनके खिलाफ एनएसए राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत कार्रवाई की जा रही है। असीम अरुण ने यह भी बताया कि लगातार इस बात पर नजर रखी जा रही है इंजेक्शन की कालाबाजारी ना हो। उन्हाेंने लोगों से अपील की है कि अगर कहीं भी ऐसी शिकायत मिल रही हो तो तुंरत 112 पर कॉल करके सूचना दें।
पुलिस की इस कार्रवाई के बाद अब इंजेक्शन की कालाबाजारी करने वालों में खाैफ पैदा होगा। उम्मीद जताई जा रही है कि इस कार्रवाई के बाद अब कालाबाजारी करने वालें डरेंगे और कालाबाजारी पर अंकुश लगेगा।