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Sawan Shivratri 2022 : शिवरात्रि पर यूपी के शिवालयों में लगी श्रद्धालुओं की कतारें, कड़ी सुरक्षा के बीच जलाभिषेक

Sawan Shivratri 2022 : शिवरात्रि पर शिव मंदिरों में श्रद्धालुओं की लंबी-लंबी कतारें लगी हुई हैं। कड़ी सुरक्षा के बीच कांवड़ियों के साथ सभी श्रद्धालु शिवलिंग पर जलाभिषेक कर रहे हैं। वहीं, गाजियाबाद में सुप्रसिद्ध भगवान दूधेश्वर नाथ मंदिर में आधी रात से ही शिव भक्तों की लंबी कतार लगी हुई हैं।

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Sawan Shivratri 2022 : शिवरात्रि पर यूपी के शिव मंदिरों में श्रद्धालुओं की लंबी-लंबी कतारें लगी हुई हैं। कड़ी सुरक्षा के बीच कांवड़ियों के साथ सभी श्रद्धालु शिवलिंग पर जलाभिषेक कर रहे हैं। वहीं, गाजियाबाद में सुप्रसिद्ध भगवान दूधेश्वर नाथ मंदिर में आधी रात से ही शिव भक्तों की लंबी कतार लगी हुई हैं। रात 12:00 बजे से ही जलाभिषेक शुरू हो गया था। गंगोत्री और हरिद्वार से जल लाने वाले कांवड़ियों व अन्य शिव भक्त अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं। भीड़ इतनी अधिक है कि सुबह के वक्त करीब 1 किलोमीटर लंबी कतार लग गई। इस बार हर साल के मुकाबले अधिक भीड़ नजर आ रही है। वहीं भीड़ को देखते हुए प्रशासन की तरफ से पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।

सावन के महीने में हिंदू धर्म में भगवान भोलेनाथ की आराधना करना बेहद शुभ माना जाता है। इसलिए शिवालयों में अधिक भीड़ रहती है और गाजियाबाद स्थित भगवान दूधेश्वर नाथ मंदिर की बात की जाए तो सावन में यहां का नजारा बिल्कुल अलग होता है। यहां की मान्यता को देखते हुए दूर-दराज से बड़ी संख्या में शिव भक्त पहुंचते हैं। बताया जाता है कि इस मंदिर की स्थापना रावण के पिता विश्वेश्वर ने की थी। रावण ने अपना पहला सिर यहीं भोलेनाथ को अर्पित किया था। माना जाता है इस मंदिर में जो भी शिव भक्त भगवान भोलेनाथ पर जलाभिषेक करते हुए भोलेनाथ की आराधना करते हैं। भगवान उनकी सभी मनोकामनाएं पूरी करते हैं। इसलिए प्राचीन समय से ही इस मंदिर की बड़ी मान्यता है।

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लाखों लोगों ने किया जलाभिषेक

खासतौर से सावन के महीने में बड़ी संख्या में शिवभक्त गंगोत्री और हरिद्वार से जल या कांवड़ लाकर मंदिर में पहुंचकर भगवान भोलेनाथ पर जलाभिषेक करते हैं। मंदिर के महंत नारायण गिरी महाराज ने बताया कि दो साल के अंतराल के बाद लोगों को शिवरात्रि पर मंदिर में जलाभिषेक करने का अवसर मिला है। इसलिए बड़ी संख्या में इस बार भीड़ मंदिर में पहुंच रही है। लाखों शिव भक्त देर रात से ही मंदिर में जलाभिषेक कर चुके हैं।

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पहली बार कांवड़ियों को जारी किए गए निर्देश

उन्होंने बताया कि भीड़ को देखते हुए सुरक्षा के बीच चाक-चौबंद इंतजाम किए गए हैं। वहीं दूसरी तरफ कांवड़ियों के लिए भी विशेष इंतजाम है। उन्होंने बताया कि भीड़ देखते हुए पहली बार कावड़ियों को निर्देशित किया गया है कि सभी कांवड़िये अपनी कांवड़ मंदिर परिसर से बाहर छोड़कर ही केवल जल लेकर ही मंदिर परिसर में पहुंचे, ताकि अन्य शिवभक्तों को कोई परेशानी ना हो।


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