
गाजियाबाद. लॉकडाउन (Lockdown) लागू हुए दो माह से अधिक समय हो गया है। इतने लंबे समय से सरकारी और निजी अस्पतालों में ओपीडी और सर्जरी जैसी सेवाएं बाधित हैं। प्लानिंग वाली सर्जरी को भी इससे ज्यादा समय तक टाला जाना ठीक नहीं है। उत्तर प्रदेश सरकार (UP Government) ने इसे गंभीरता से लेते हुए चिकित्सकीय सेवाओं (Medical Services) के संचालन के आदेश दिए हैं। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. नरेंद्र कुमार गुप्ता ने बताया कि कोविड-19 (Covid-19) प्रोटोकॉल का पालन करते हुए अन्य चिकित्सकीय सुविधाएं शुरू करने के निर्देश शासन से मिले हैं। प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने सभी मुख्य चिकित्सा अधिकारियों, जिला चिकित्सालयों और संयुक्त जिला चिकित्सालयों के मुख्य चिकित्सा अधीक्षकों को पत्र भेजकर सर्जरी से संबंधित ओपीडी सेवा शुरू करने के आदेश दिए हैं, हालांकि सामान्य ओपीडी फिलहाल स्थगित रहेगी।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ. एनके गुप्ता ने बताया शासन के निर्देश पर जिले में टीकाकरण अभियान पहले ही शुरू कर दिया गया है। जबकि अब क्षय रोग की जांच एवं उपचार की सुविधा भी शुरू करने के निर्देश दिए गए हैं। इसके अलावा एचआईवी की जांच एवं उपचार के लिए आईसीटीसी एवं एआरटी केंद्रों का संचालन भी मंगलवार से शुरू करने के निर्देश दिए गए हैं। जिला चिकित्सालयों एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में चलाए जाने वाले असाध्य रोग केंद्र एनसीडी क्लीनिक के अलावा गर्भवती महिलाओं की जांच एवं उपचार की सुविधा शुरू करने के आदेश शासन से मिले हैं। शासन से दो वर्ष तक की आयु के बीमार शिशुओं की जांच एवं उपचार के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही कहा गया है कि इन शिशुओं को स्वास्थ्य केंद्रों तक लाने के लिए एंबुलेंस-102 का इस्तेमाल किया जाए।
उन्होंने बताया कि प्रमुख सचिव ने कहा है कि गर्भ समाधान और नसबंदी की सुविधा पुन: प्रारंभ की जाएं। इसके साथ ही डायग्नॉस्टिक इमेजिंग अल्ट्रासाउंड एवं पैथ लैब का काम पुन: सुचारू कराया जाए। निर्देशों में यह भी कहा गया है कि सभी गाइडलाइन को पूरा करते हुए चिकित्सालयों में सर्जरी और ओपीडी शुरू की जा सकती है और उपरोक्त निर्देशोें का कड़ाई से पालन कराया जाए।
Published on:
26 May 2020 11:13 am
बड़ी खबरें
View Allगाज़ियाबाद
उत्तर प्रदेश
ट्रेंडिंग
