पुलिस ने बताया है कि गुमशुदा फिरदौस का कोई पता नहीं चला था। इस गुमशुदगी के मामले में क्राइम ब्रांच ने गहनता से छानबीन की तो घटना में परिवार के लोगों पर ही शक हुआ। जिसके बाद मृतका की बेटी से पुलिस ने जब पूछताछ की तो उसने सारा सच सामने रख दिया।
महिला ने अपने पति के खिलाफ कोर्ट में दर्ज कराया था केस
पुलिस ने बताया कि बेटी ने 24 जुलाई 2024 को अपनी मां के अपहरण और हत्या के मामले में एफआईआर दर्ज कराई है। इस एफआईआर में उसने बताया है कि उसके पिता और चचेरा भाई शादाब अक्सर बच्चों के साथ मारपीट करते थे। शादाब की फिरदौस और उसकी बेटियों पर गंदी नजर रहती थी। काफी प्रताड़ना के बाद फिरदौस ने अपने पति पर कोर्ट में केस कर दिया था। 1 नवंबर 2021 को फिरदौस अपनी छोटी बेटी को स्कूल छोड़ने गई थी। लेकिन, फिर वह वापस नहीं आई। कुछ समय बाद घर में बच्चियों ने अपने पिता को दूसरे के साथ अपनी मां की हत्या की बात करते सुन लिया था। जिसके बाद लड़कियों को जान से मारने की धमकी मिली थी। पुलिस को इस मामले में जब ये अहम सुराग मिला तो उसने फिरदौस के पति समेत 3 लोगों को गिरफ्तार कर लिया।
पति- पत्नी के बीच अक्सर होती थी लड़ाई
पुलिस पूछताछ में फिरदौस के पति अभियुक्त इंतजार उर्फ इंतु ने बताया कि वह पढ़ा-लिखा नहीं है और वेल्डिंग का काम करता है। करीब 24 साल पहले इंतजार की शादी फिरदौस से हुई थी। जिससे उसे 5 बच्चे (3 लड़की व 2 लड़के) हैं। शादी के बाद से ही इंतजार और उसके परिवार का फिरदौस के साथ किसी न किसी बात को लेकर आपस में झगड़ा होता रहता था। फिरदौस ने इंतजार और उसके परिवार के ऊपर मुकदमा लिखवा दिया और कोर्ट में सुनवाई भी चल रही थी। फिरदौस ने इंतजार के भाईयों और उसके भतीजे शादाब के खिलाफ भी मुकदमा किया था। भतीजे के साथ मिलकर बनाई थी हत्या की प्लानिंग
पुलिस ने बताया कि इंतजार ने अपने भतीजे शादाब के साथ मिलकर अपनी पत्नी फिरदौस को मारने की योजना बनायी थी। जिसमें शादाब ने अपने दोस्त सोनू उर्फ सोहेल से फिरदौस को मारने की बात की तो उसने हत्या के बदले 5 लाख रुपए मांगे। सोनू उर्फ सोहेल अपने साथियों परवेज, नौशाद, अरशद उर्फ जेपी और सलीम को लेकर इंतजार व नौशाद के पास आया और हत्या के लिए 4 लाख रुपए की सुपारी ले ली।
योजना के मुताबिक 1 नवंबर 2021 को फिरदौस अपनी बेटी को स्कूल छोड़ने के लिए घर से निकली तो शादाब के दोस्तों ने उसका अपहरण कर लिया और फिरदौस की हत्या कर दी और उसके शव को ग्रेटर नोएडा में यमुना एक्सप्रेसवे हाइवे से रूस्तमपुर की तरफ जाने वाले रास्ते पर एक नाले में फेंक दिया था।