कर्मचारियों के अलावा कुछ ठेकेदार भी हैं, जो फैक्ट्री से जुड़े हुए थे। उनका भी लाखों रुपए बकाया बताया जा रहा है, जिसकी वजह से वह भी फैक्ट्री कर्मचारियों के साथ धरने पर बैठे हुए हैं। कर्मचारियों का कहना है कि दिवाली का त्यौहार पर उनके घरों में भूखे मरने की नौबत आ गई है।
धरने पर बैठे कर्मचारियों ने बताया कि करीब 70 कर्मचारी ऐसे हैं जिनकी 8 महीने की सैलरी अभी बाकी है। और अब उन्हें यहां से हटने के बाद कोई काम भी नहीं मिल पा रहा है ।जिसके कारण उनके बच्चे भुखमरी की कगार पर आ गए हैं। कर्मचारियों का कहना है कि जब तक इनकी मांग पूरी नहीं होती तब तक यह सब लोग अपना धरना समाप्त नहीं करेंगे।