
विवेक तिवारी हत्याकांड
गाजीपुर . बीते 28 सितम्बर को पुलिस की गोली से हुई एप्पल के एरिया मैनेजर विवेक तिवारी की हत्या के बाद हत्यारोपी प्रशांत चौधरी के खिलाफ पुलिस के एक्शन के बाद पुलिस विभाग में ही बगावती सुर बुलंद होने लगे। कहीं प्रशांत के लिये चंदा जुटाया जाने लगा तो पुलिस वालों ने बांह पर काली पट्टी बांधकर प्रशांत के खिलाफ कार्यवाही का विरोध कर अनुशासन का तार-तार कर दिया। बांह पर काली पट्टी बांधकर विरोध जताने की एक घटना यूपी के गाजीपुर जिले के जमानियां कोतवाली में भी सामने आयी। यहां न सिर्फ पुलिस वालों ने विरोध किया बल्कि उसकी फोटो भी वायरल की। इसके बाद तो हड़कम्प मच गया। अब उन पुलिस वालों पर बड़ी कार्रवाई की गयी है।
गौरतलब हो कि बीते पांच अक्टूबर को प्रशांत चौधरी के समर्थन में और उसके खिलाफ कार्रवाई के विरोध में दूसरे बगावती सुर बुलंद करने वाले पुलिसकर्मियों की राह पकड़ ली। कुछ पुलिस वालों ने प्रशांत पर कार्रवाई के विरोध में न सिर्फ बांह पर काली पट्टी बांधकर विरोध जताया बल्कि एक कतार में खड़े होकर फोटो खिंचायी और उसे वायरल कर दिया। उनकी इस अनुशासनहीनता से दूसरे पुलिस कर्मियों के भी अनुशासनहीन होने का खतरा हो गया।
विरोध की खबरें मीडिया में आने और फोटो वायरल होने के बाद गाजीपुर के एसपी ने इसे संज्ञान में लिया और जांच के बाद जमानियां कोतवाली के 13 पुलिस वालों पर कार्रवाई कर दी। दो पुलिस कर्मी केशव दत्त पाण्डेय और शादाब सिद्दीकी को निलंबित कर दिया गया, जबकि एक एसआई व 10 पुलिस वालों को लाइन हाजिर कर दिया गया। इसके अलावा काली पट्टी बांधने वाले दो होमगार्डों के खिलाफ कार्रवाई के लिये कमांडेंट होमगार्ड को पत्र लिखा है। एसपी ग्रामीण चन्द्रप्रकाश शुक्ला ने कारर्रवाई की पुष्टी करते हुए बताया कि उन्होंने खुद जांच कर एसपी को रिपोर्ट दी थी, जिसके आधार पर कार्रवाई की गयी है। उन्होंने साफ चेतावनी भी दी कि अगर कोई पुलिस वाला इस तरह की हरकत करेगा तो उस पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
by alok tripathi
Updated on:
08 Oct 2018 12:52 pm
Published on:
08 Oct 2018 12:47 pm
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