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गोंडा रेल हादसे में बड़ा खुलासा, की- मैन चिल्लाता रहा पटरी गड़बड़ कासन लगवा दो, फिर भी दौड़ा दी फुल स्पीड से ट्रेन

गोंडा रेल हादसा से पहले जेई और की- मैन के बीच बातचीत के दो ऑडियो वायरल हो रहे है। इस ऑडियो में जिम्मेदारों के लापरवाही को लेकर बड़ा खुलासा हो रहा है।

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रेल दुर्घटना के बाद क्षतिग्रस्त लाइन की मरम्मत करते रेलवे कर्मचारी

गोंडा में गुरुवार को चंडीगढ़ डिब्रूगढ़ ट्रेन हादसे का शिकार हो गई थी। इस हादसे में चार लोगों की मौत हो गई जबकि 26 लोग घायल हो गए। हादसे को लेकर अब एक ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। यह ऑडियो बड़ा खुलासा कर रहा है। इसके पीछे वजह यह है कि जिस ट्रैक पर यह हादसा हुआ है। वह पहले से ही डेंजर जोन में था।रेलवे के की- मैन ने अपने अधिकारियों को एक दिन पहले सचेत किया था। जिस दिन दुर्घटना हुई है उस दिन भी वह आधे घंटे पहले ट्रैक में गड़बड़ी को लेकर चिल्लाता रहा। ट्रैक में गड़बड़ी है। पहिया उतर सकती है। तो बड़ी दिक्कत हो जाएगी। लेकिन उसकी बात किसी ने नहीं सुनी।

गोंडा में चंडीगढ़ डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस ट्रेन के दुर्घटना के शिकार होने के बाद की-मैन और रेल अधिकारियों की बातचीत का ऑडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है। हालांकि इस ऑडियो को लेकर रेल विभाग के जिम्मेदार अधिकारी कुछ भी बोलने से इनकार कर रहे हैं। उनका साफ तौर पर कहना है कि जांच के बाद स्थिति स्पष्ट होगी। लेकिन वायरल ऑडियो से जिम्मेदारों की लापरवाही उजागर हो रही है। वायरल ऑडियो में रेल कर्मी अपने सीनियर अधिकारियों से चिल्ला चिल्ला कर कह रहा है कि ट्रैक खराब है। आगे खतरा हो सकता है। गाड़ी पटरी से उतर सकती है। लेकिन कर्मचारी की बात नहीं सुनी गई। चंडीगढ़ डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस ट्रेन हादसे का शिकार हो गई। ट्रैक निगरानी करने वाला कर्मचारी छुट्टी पर गया था। इसलिए 4 दिन पहले ही की-मैन आसने की ड्यूटी ट्रैक निगरानी के लिए लगाई गई थी। आसने ने एक दिन पहले ट्रैक के खराब होने की जानकारी दिया था। जिस दिन हादसा हुआ हादसे से कुछ घंटे पहले उसकी मोबाइल स्विच ऑफ हो गई। इसके बाद वह भाग कर गेट पर गया और वहां से एक बार फिर इसकी जानकारी अपने अधिकारी को दी। उसने कहा कि पटेरिया के बीच गैप दिखाई पड़ रहा है। उसने अपने अधिकारियों से कहा कि कासन लगा है कि नहीं उधर से अधिकारी ने बताया कि कासन लगने वाला है। फिर भी उसकी बात नहीं सुनी गई। यदि समय के रहते उसकी बात को सुना गया होता तो हो सकता है कि हादसे को टल जाता।