Brij Bhushan Singh: बीजेपी के पूर्व सांसद बृजभूषण सिंह आज अपने पैतृक आवास पर राष्ट्रीय मूकबधिर कुश्ती चैंपियनशिप में दो स्वर्ण पदक जीतने वाले आयुष को प्रमाणपत्र, मेडल और 51 हजार की नकद राशि देकर सम्मानित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि इस बच्चे को मैं गांव से लेकर आया था। आज इसने दो मेडल जीते हैं। यह बच्चा बोल और सुन नहीं सकता है। लेकिन अगर अंग्रेजी हिंदी में लिखकर इससे पूछेंगे तो दोनों भाषा में लिखकर जवाब देगा। वही चंद्रशेखर आजाद रावण पर दलित बेटी द्वारा लगाए गए आरोपी पर कहा कि रिपोर्ट दर्ज करनी पड़ेगी।
Brij Bhushan Singh: बीजेपी के पूर्व सांसद बृजभूषण सिंह एक बार फिर चंद्रशेखर आजाद रावण पर तीखा निशाना साधा। उन्होंने कहा कि ये सांसद एक सभा में गरज रहे थे। कह रहे थे कि यदि समाज मुझे अनुमति दे दे तो ये मुझे मेरे घर से घसीट कर ले जाते। न्याय के लिए इतना परेशान थे। आज जब इनके ऊपर आरोप लगा। और लगाने वाली दलित की बेटी है। अब यह अपना मुंह नहीं खोल रहे हैं। कह रहे हैं। हम महिलाओं का सम्मान करते हैं। इसलिए मैं अदालत में बोलूंगा। मैं पूछना चाहता हूं। कि जिस समय आप मेरे खिलाफ जहर उगल रहे थे। उसे समय आपके पास क्या सबूत था। मैं तो पहला व्यक्ति हूं कि आरोप लगते ही हमने कहा था। कि एक भी आरोप सिद्ध हो गया। तो मैं फांसी पर लटक जाऊंगा। उन्होंने कहा कि आज वह दलितों के मसीहा बने हैं। अपने आप को दलित का नेता बताते हैं। जबकि दलित बेटी ने आरोप लगाया है। अभी तक रिपोर्ट दर्ज नहीं हुई।
उन्होंने कहा कि विश्वास रखिए मैं नंदनी नगर की इस धरती पर खड़े होकर कह रहा हूं कि उसे महिला का रिपोर्ट लिखा जाएगा। क्योंकि वह दलित महिला है। वह पढ़ी लिखी है। दलित समाज में कितनी महिलाएं हैं। जो पढ़ी-लिखी हैं। पूर्व सांसद ने कहा कि रिपोर्ट दर्ज होकर जांच होनी चाहिए। न्यायपालिका का सामना करें। दोषी होंगे तो सजा मिलेगी नहीं अपने घर बैठे। हम पुरजोर मांग करते हैं। इस पर भी लोगों को आगे बढ़कर आना चाहिए। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि क्यों नहीं लिखा जाएगा। रिपोर्ट लिखना पड़ेगा। नहीं तो तूफान खड़ा हो जाएगा। आगे उन्होंने कहा कि तूफान हम थोड़े खड़ा करेंगे। आप लोग देखिए व्हाट्सएप और ट्विटर पर क्या चल रहा है। लिखना पड़ेगा हमारे देश में लोकतंत्र है। फिर उन्होंने अपनी बात को दोहराया कहां हम चाहते हैं कि कोर्ट में कहने से पहले अपनी बात रखें। क्योंकि आप वही श्रीमान जी हैं। जो मुझको घसीट कर बिशनोहरपुर से ले जा रहे थे। पूर्व सांसद ने कहा कि अरे भाई स्विट्जरलैंड से उसे मंगा लो और सामना करो। कहां कि इस मसले पर सरकार को ध्यान देना चाहिए। क्योंकि यह दलित की बेटी का मामला है। यह गंभीर विषय है। न्यायपालिका का सामना करें। उन्होंने कहा कि इसमें कांग्रेस, आम आदमी पार्टी और समूचे विपक्ष को आगे आना चाहिए। लेकिन अब सब चुप हैं।
Published on:
16 Jun 2025 07:30 pm