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वीडियो : बृजभूषण ने पढ़ी शायरी मीडिया ने पूछा मतलब बोले, पढ़े-लिखे हो तो निकाल लो, फिर कहां लड़ूंगा, लड़ूंगा, लड़ूंगा जानिए कहां से

मोदी सरकार के 9 वर्ष पूरे होने पर आयोजित कार्यक्रम में बृजभूषण ने मीडिया पर भी तंज कसा। माइक उठाते ही पहले पहलवानों पर निशाना साधते हुए एक शायरी पढा और जब मीडिया ने शायरी का मतलब पूछा बृजभूषण ने जो जवाब दिया। उसे सुनकर मीडिया के लोग बगल झांकने लगे। अभी यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।  

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मोदी सरकार के 9 वर्ष पूरे होने पर आयोजित कार्यक्रम में बृजभूषण सिंह ने पहलवानों पर निशाना साधते हुए एक शायरी पढा। मंच के संबोधन के बाद जब मीडिया ने उनसे शायरी का मतलब पूछा तो बृजभूषण सिंह ने कहा कि पढ़े लिखे हो तो मतलब निकाल लो। यह वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा। अगले सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि कैसरगंज से ही चुनाव लड़ूंगा, लड़ूंगा, लड़ूंगा।

बृजभूषण सिंह अपने बयानों को लेकर इन दिनों मीडिया की सुर्खियों में बने रहते हैं। पहलवानों के आरोप के बाद लगातार वह कुछ ना कुछ बयान देते रहते हैं। मोदी सरकार के 9 वर्ष पूरे होने पर आयोजित बालपुर की जनसभा में जनसभा को संबोधित करते हुए। उन्होंने पहलवानों पर निशाना साधते हुए एक शायरी पढा। शायरी पढ़ने के बाद कहा कि मीडिया वाले इन दिनों हमें तिरछी निगाह से देखते हैं। इस पर जनता की खूब तालियां बटोरा मंच का संबोधन समाप्त होने के बाद जब मीडिया ने उनसे शायरी का मतलब पूछा तो उन्होंने ऐसा जवाब दिया कि मीडिया वाले भी हैरान रह गए। कहां की पढ़े लिखे हो तो शायरी का मतलब निकाल लो। मीडिया ने फिर अगला सवाल किया की 2024 का चुनाव आप कहां से लड़ेंगे। इस पर उन्होंने कहा कि 2024 का चुनाव हम कैसरगंज से लड़ेंगे। इस बात को उन्होंने तीन बार दोहराया। कहा कि 2024 के चुनाव में भाजपा उत्तर प्रदेश की सभी सीटें जीतेगी। सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव और बसपा प्रमुख मायावती पर किए गए सवालों पर बृजभूषण सिंह मीडिया के सवालों से बचते नजर आए। मीडिया इनसे सवाल कर रही थी। वह दूसरी बात कहकर जनता से नारा लगवा रहे थे। कुल मिलाकर अखिलेश और मायावती पर बृजभूषण ने आज तक कोई प्रतिक्रिया नहीं

दिया।

बृजभूषण बोले-ये मिला मुझको मोहब्बत का सिला, बेफवा कहकर मेरा नाम लिया जाता है।

बृजभूषण सिंह ने शायरी में कहा कि कभी अश्क, कभी गम, कभी जहर पिया जाता है, जब कभी जाके जमाने में दिया जाता है, ये मिला मुझको मोहब्बत का सिला, बेफवा कहकर मेरा नाम लिया जाता है। इसको रुसवाई कहे कि शोहरत अपनी, दबे होटों से मेरा नाम लिया जाता है।