
सांकेतिक फोटो गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड करते ऐप
मोबाइल नंबर जारी करने में पहचान पत्रों के गलत इस्तेमाल के मामले पूर्वी उत्तर प्रदेश में सबसे अधिक सामने आए हैं। यहां लाखों लोगों की आईडी का उपयोग करके सिम कार्ड निकाले गए। जिनमें से बड़ी संख्या साइबर ठगी और आपराधिक गतिविधियों में इस्तेमाल हुई। केवल पूर्वी यूपी से ही 32 लाख से अधिक शिकायतें दूरसंचार विभाग तक पहुंचीं। इनमें लगभग 16 लाख ऐसे केस पाए गए। जहां किसी दूसरे व्यक्ति के दस्तावेज से सिम जारी कर दिया गया था।
दरअसल पहले मोबाइल सिम जारी करने की प्रक्रिया पहले इतनी सख्त नहीं थी। केवल आधार या किसी और पहचान पत्र की फोटोकॉपी से आसानी से नए नंबर ले लिए जाते थे। इसी का फायदा उठाकर धोखेबाजों ने दूसरों की आईडी से मोबाइल कनेक्शन चालू करा लिए।
अब इस समस्या से निपटने के लिए दूरसंचार विभाग और टेलीकॉम कंपनियों ने सख्त कदम उठाए हैं। खास बात यह है कि आम लोगों को भी अब सुविधा मिल गई है। कि वे घर बैठे पता लगा सकें कि उनके नाम पर कितने नंबर सक्रिय हैं। इसके लिए संचार साथी पोर्टल और ऐप तैयार किया गया है।
वेबसाइट sancharsaathi.gov.in या गूगल प्ले स्टोर से ऐप डाउनलोड करें।
Citizen Centric Services सेक्शन में जाएं और Know Mobile Connections in Your Name पर क्लिक करें।
यहां मोबाइल नंबर, कैप्चा और अपना नाम दर्ज करें।
इसके बाद आपके नाम पर सक्रिय सभी मोबाइल नंबर स्क्रीन पर दिख जाएंगे।
अगर कोई ऐसा नंबर दिखता है जिसे आप इस्तेमाल नहीं करते, तो वहीं से उसे बंद कराने के लिए रिपोर्ट दर्ज कर सकते हैं।
16 मई 2023 से पोर्टल पर और 17 जनवरी 2025 से ऐप के जरिए शिकायत दर्ज कराने की यह सुविधा उपलब्ध है। इसका फायदा उठाकर लोग अपने नाम पर चल रहे फर्जी नंबरों को बंद करा सकते हैं। साइबर अपराधियों की साजिश से खुद को बचा सकते हैं।
Updated on:
25 Sept 2025 11:01 am
Published on:
25 Sept 2025 11:00 am
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