11 दिसंबर 2025,

गुरुवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

कस्टम विभाग का अधिकारी बताकर मार्केट में छापेमारी… कैमरा देखते ही भागे, दुकानदारों का शक गहराया

गोंडा के बूलेन मार्केट में उसे समय हड़कंप मच गया। जब भारत सरकार लिखी दो गाड़ियां आकर रुकी 8 से 10 लोग उतरे। खुद को कस्टम का अधिकारी बताकर छापेमारी करने लगे। कुछ मीडिया कर्मियों के कैमरा चलते ही वह लोग भाग खड़े हुए। आइये जानते हैं पूरा मामला क्या है।

2 min read
Google source verification
छापेमारी करते फोटो सोर्स पत्रिका

छापेमारी करते फोटो सोर्स पत्रिका

गोंडा शहर के रामलीला मैदान स्थित हिमालय वूलेन मार्केट में गुरुवार को उस समय अफरातफरी मच गई। जब “भारत सरकार” लिखी दो गाड़ियों से पहुंचे 8–10 लोग खुद को कस्टम विभाग का अधिकारी बताकर दुकानों में छापेमारी करने लगे। मीडिया की मौजूदगी देखते ही पूरा समूह भाग खड़ा हुआ। मामले ने प्रशासन को भी सतर्क कर दिया है।

गोंडा जिले के नगर कोतवाली क्षेत्र में गुरुवार सुबह हिमालय वूलेन मार्केट में अचानक हड़कंप मच गया। करीब 8–10 लोग “भारत सरकार” लिखी दो गाड़ियों में आए और खुद को कस्टम विभाग का अधिकारी बताते हुए सीधे दुकानों पर छापेमारी शुरू कर दी। उनके साथ एक महिला भी थी, जो दुकानों में जाकर चीनी सामान खोजने की बात कहती थी।

20 से अधिक दुकानों में घुसे, कागजात और बिल दिखाने की मांग

दुकानदारों के अनुसार, ये लोग करीब 20 से ज्यादा दुकानों में घुसे और हर जगह कागजात व बिल दिखाने की मांग करते रहे। इस दौरान कई दुकानदारों ने आरोप लगाया कि यह टीम उनसे 5–10 लाख रुपये वसूली की कोशिश कर रही थी। दुकानदार एनी तमांग, जो हिमाचल से आई हैं। बताया कि यह पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी दो बार ऐसी ही छापेमारी हो चुकी है। आज तीसरी बार ये लोग उसी अंदाज में पहुंचे थे।

हालात तब बदले जब पहुंचे मीडिया के कैमरे

हालात तब बदले जब मीडिया के कैमरे वहां पहुंच गए। कैमरा देखते ही सभी कथित अधिकारी अपनी गाड़ियों में बैठकर मौके से फरार हो गए। उनके भाग जाने से दुकानदारों का शक और गहरा हो गया कि यह पूरी टीम फर्जी हो सकती है।

जांच में जुटा प्रशासन

घटना की खबर मिलते ही जिला प्रशासन हरकत में आया। अधिकारियों ने बताया कि मामले की जांच शुरू कर दी गई है। यह पता लगाया जा रहा है कि ये लोग वास्तव में कस्टम विभाग से जुड़े थे या फिर फर्जी पहचान बताकर दुकानदारों से वसूली की कोशिश कर रहे थे। मार्केट के दुकानदारों में इस घटना के बाद दहशत और नाराजगी दोनों है।