
चुनाव आयोग ने वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में देश में स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए cvigil app को लांच किया था। इससे पहले कर्नाटक विधानसभा के चुनाव में इसका प्रयोग किया गया था। उस समय भी देश के नागरिकों द्वारा आचार संहिता के उल्लंघन की तमाम शिकायतें इस APP के माध्यम से की गई थी। जिस का तत्काल समाधान भी हुआ। निर्वाचन आयोग द्वारा चुनाव की घोषणा करने के बाद यह ऐप प्रभावी हो जाता है। और मतदान के 1 दिन बाद तक प्रभावी रहता है।
कोई भी नागरिक कर सकता शिकायत
कोई भी व्यक्ति इस ऐप के जरिए कहीं भी आचार संहिता के उल्लंघन की जानकारी दे सकेगा। सी विजिल एप चुनावी गड़बड़ियों पर तत्काल लगाम लगाने में सहायक होगा। यह एप सिर्फ चुनाव की घोषणा वाले स्थानों पर ही काम करेगा। APP beta का version लोगों व चुनाव कर्मियों के लिए उपलब्ध होगा, जिससे वे इसके बारे में जानकारी जुटा सकेंगे। इस एप के आने से नागरिकों को चुनाव के संबंध में शिकायत दर्ज कराने के लिए पीठासीन अधिकारी के पास दौड़ नहीं लगानी पड़ेगी।
Android फोन होगा जरूरी
cvigil app के लिए कैमरा,Internet कनेक्शन और GPS वाला एन्ड्रायड स्मार्ट फोन जरूरी होगा। शिकायत के लिए जागरूक नागरिक को आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन की एक तस्वीर या अधिक से अधिक दो मिनट का वीडियो रिकॉर्ड कर इस एप पर भेजना है। इसमें शिकायतकर्ता की पहचान गुप्त रखी जाएगी।
जीपीएस की मदद से शिकायत वाले स्थान की पहचान की जा सकेगी। इसके लिए शिकायतकर्ता को एक यूनिक आईडी मिलेगी, जिससे वह आगे की कार्रवाई जान सकेगा। शिकायत दर्ज होने के बाद सूचना जिला नियंत्रण कक्ष के पास जाएगी। फिर इसे फील्ड इकाई को दिया जाएगा। इस एप पर केवल आदर्श आचार संहिता उल्लंघन की ही शिकायत की जा सकेगी। फोटो और वीडियो बनाने के बाद यूजर्स को सिर्फ पांच मिनट का समय मिलेगा। पहले से ली गई फोटो व वीडियो अपलोड करने की अनुमति नहीं है।इसे एंड्रॉयड यूजर प्ले स्टोर से और आईफोन यूजर एप्पल स्टोर से डाउनलोड कर सकते हैं।
ऐसे कर सकते हैं शिकायत
इस ऐप पर शिकायत करने के लिए यूजर के पास एंड्रॉयड स्मार्टफोन या आईफोन होना चाहिए। इसमें कैमरे, इंटरनेट कनेक्शन और GPS एक्सेस की जरूरत होती है. कोई भी नागरिक, आचार संहिता के उल्लंघन, मतदान की गड़बड़ियों की शिकायत या रिपोर्ट, घटना के कुछ ही मिनटों में कर सकते है।
ऐप इन्स्टॉल करने के बाद आपको नाम, पता, राज्य, जिला, विधानसभा और पिनकोड की जानकारी देते हुए रजिस्ट्रेशन करना होगा।
शिकायत करने के लिए एक OTP की मदद से इसका verification किया जाएगा। वेरिफाई होने के बाद फोटो या कैमरे वाले विकल्प को सेलेक्ट करना होगा।
आप कोई फोटो या फिर 2 मिनट तक की वीडियो ऐप पर अपलोड कर सकते हैं। फोटो या वीडियो से जुड़ी डिटेल्स को संबंधित कॉलम में भरना होगा।
चुनाव आयोग को फोटो/वीडियो की लोकेशन भी पता चल जाती है. इसके बाद आपको एक यूनीक आईडी मिलेगी, जिसके जरिये आप अपनी शिकायत को ट्रैक कर सकते हैं.
शिकायत करने के बाद जिला नियंत्रण कक्ष को सूचना जाती है, जहां इसे फील्ड यूनिट को सौंपा जाता है. सी-विजिल ऐप पर शिकायतकर्ता जो भी फोटो, वीडियो और डेटा अपलोड करेंगे वो 5 मिनट के अंदर स्थानीय चुनाव अधिकारी के पास चला जाएगा. आयोग का दावा है कि शिकायत सही पाए जाने पर 100 मिनट के अंदर ही उसपर संज्ञान लिया जाएगा और कार्रवाई होगी. बता दें कि इस ऐप पर रिकॉर्ड वीडियो या फोटो आपकी फोन गैलरी में सेव नहीं होते हैं. शिकायतकर्ता को किसी भी प्रकार की परेशानी न हो, इसके लिए उनकी पहचान गोपनीय रखी जाती है।
Published on:
13 Jan 2022 01:35 pm
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