गोंडा. राजनीति में 25 साल पूरे होने पर 30 नवंबर को सूबे की राजधानी लखनऊ में राजा रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया अपनी नई पार्टी का ऐलान करेंगे। मायावती को छोड़कर वह लगभग हर सरकार में मंत्री बनते रहे हैं। ऐसे में सवाल उठना लाजिमी है कि सपा-भाजपा के करीबी रहे राजा भैया को आखिर अपनी नई पार्टी बनाने की जरूरत क्यों महसूस हुई?