गोरखपुर पुलिस ने संगठित अपराध के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई करते हुए भूमाफियाओं के एक शातिर गिरोह का पर्दाफाश किया है। इस गिरोह के सरगना अमरजीत और उसके ग्यारह साथियों पर गैंगस्टर एक्ट के तहत कड़ा शिकंजा कसा गया है। यह गिरोह फर्जी दस्तावेजों के जरिए लोगों को मूर्ख बनाकर जमीन के अवैध कारोबार को अंजाम देता था।
SSP गोरखपुर राजकरन ने बताया की यह गिरोह सुनियोजित तरीके से काम करता था। एक सनसनीखेज मामले में, 17 जुलाई 2024 को सहजनवां बाईपास पर एक शिकायतकर्ता को जमीन की रजिस्ट्री के नाम पर विश्वास में लेकर 2 करोड़ रुपये ठग लिए गए। इस मामले में थाना सहजनवां में मुकदमा दर्ज हुआ। इसके अलावा, गैंग लीडर अमरजीत ने 2023 में एक सुनार को सस्ते दाम पर असली सोने का सिक्का दिखाकर भरोसा जीता और बाद में 109 नकली सिक्कों के जरिए 12 लाख रुपये की ठगी की। यह मामला थाना खजनी में दर्ज हुआ था।
गिरोह का सरगना अमरजीत, जो रावतपार, बांसगांव का निवासी है, अपने 11 साथियों-सुदामा यादव, अभिषेक यादव, अजय मौर्या, राणा प्रताप पांडे, अनन्त राय, नागेंद्र, शैलेंद्र, शिव प्रताप, राजेश यादव, आकाश यादव और विरेंद्र यादव के साथ मिलकर इस अवैध धंधे को अंजाम देता था। इन अपराधियों का आपराधिक इतिहास लंबा है, जिसमें ठगी, मारपीट, धमकी, और एससी/एसटी एक्ट जैसे गंभीर मामले शामिल हैं।
SSP गोरखपुर राज करन नैयर के निर्देश पर SP नॉर्थ जितेंद्र कुमार श्रीवास्तव और CO गीड़ा रत्नेश्वर सिंह के नेतृत्व में थानाध्यक्ष सहजनवां ने इस गिरोह के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत मुकदमा (330/2025) दर्ज किया। DM गोरखपुर कृष्ण करुणेश द्वारा अनुमोदित गैंग चार्ट के आधार पर यह कार्रवाई की गई। पुलिस का कहना है कि यह गिरोह न केवल आर्थिक अपराध करता था बल्कि समाज ने दहशत भी फैलाता था। SSP ने चेतावनी दी है कि ऐसे अपराधियों के खिलाफ अभियान और तेज किया जाएगा।
Published on:
06 Jun 2025 08:17 pm