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गोरखपुर. कोरोना वायरस के खौफ के बीच 300 चमगादड़ों की मौत ने गोरखपुर में दहशत फैला दी है । यहां बेलघाट के कस्बे के बगल में स्थित राधा स्वामी सत्संग भवन के पीछे आम के बगीचे में 300 से ज्यादा मृत चमगादड़ प्राप्त हुए हैं। ग्रामीण ने इतनी बड़ी संख्या में चमगाड़दों को देखा तो उनके होश उड़ गए व इलाके में दहशत फैल गयी। मंगलवार सुबह ग्रामीणों ने इसकी सूचना डीएएफओ को दी, जिसके बाद वे मौके पर आए और सभी चमगादड़ों को एकत्रित कर पोस्टमार्टम के लिए बरेली भेज दिया। डीएफओ का कहना है कि चमगाड़दों की मौत कैसे हई है, इसका कारण स्पष्ट नहीं हो पाया है, हालांकि हो सकता है कि पानी की कमी से इनकी मौत हुई हो। इस समय यहां पर अगल-बगल के तालाब भी सूख गये हैं। पानी नहीं मिलने के कारण चमगादड़ भटक रहे हैं। वहीं कुछ चमगादड़ों के शव को सुरक्षित जार में रखा जा रहा है, जिससे वो उसे पोस्टमार्टम के लिए बरेली भेज सकें। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट हो पायेगा कि आखिर इनकी मौत कैसे हुई।
नजरों के सामने आसमान से गिरने लगे चमगादड़-
लोगों की मानें, तो आम के बगीचे में दूर से ही कुछ काले रंग की चीज बिखरी हुई नजर आई, पास जाकर देखा तो कई चमगादड़ बगीचे में बिखरे हुए पड़े थे, तो कई आसमान से नीचे गिर रहे थे और तड़प रहे थे। इसके अतिरिक्त पड़ोस के गोला इलाके के गोपलापुर भी में चमगादड़ मृत पाए गए। यूकेलिप्टस के पेड़ों पर रह रहे करीब 250 चमगादड़ मरे मिले। हालांकि वहां पर बीते दो दिनों से चमगादड़ के मरने का सिलसिला देखा जा रहा है। बेलघाट की घटना के बाद इसे नोटिस में लिया गया। उप मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ ओपी श्रीवास्तव मरने की वजह भीषण गर्मी और पानी की कमी बता रहे हैं।
चमगादड़ हैं कई वायरस के फैलाने के स्रोत-
विदेश में हुए कई शोध में चमगाजड़ों में विभिन्न प्रकार के वायरस पाए जाने की पुष्टि हुई है। ऐसे में स्थानीय लोगों में इस बात को भी लेकर डर है कि कहीं इन चमगाजड़ों से कोरोना न फैल जाएं, तो कई लोगों को संदेह है कि कहीं चमगादड़ों की मौत कोरोना से ही तो नहीं हुई है।
Published on:
26 May 2020 07:28 pm
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