छह तकनीकी सत्रों में होगी चर्चा
समापन एवं उद्घाटन सत्र के अलावा छह तकनीकी सत्रों में नाथ पंथ के विभिन्न पहलुओं पर ख्यातिलब्ध विद्वानों द्वारा चर्चा की जाएगी। दो दिन के इस संगोष्ठी में छह तकनीकी सत्रों में विभिन्न उपविषयों जैसे नाथपन्थ का वैश्विक प्रदेय, नाथपंथीय साहित्य में सामाजिक समरसता, स्वतंत्रता आंदोलन में नाथ पंथ का अवदान, नाथ सिद्ध परंपरा एवं साधना प्रक्रिया तथा नाथपंथीय विश्वकोश पर गहन मंथन एवं चर्चा की जाएगी।
पुस्तकों एवं पत्रिकाओं का होगा विमोचन
माननीय मुख्यमंत्री एवं कुलपति द्वारा इस संगोष्ठी के उद्घाटन सत्र में तीन पुस्तक एवं पत्रिकाओं का विमोचन किया जाएगा जिसमें डॉ पद्मजा सिंह द्वारा लिखित नाथ पंथ का इतिहास तथा महायोगी गुरु श्री गोरखनाथ शोध पीठ की पत्रिका कुंडलिनी शामिल हैं।इस अवसर पर विश्वविद्यालय में एक दिव्यांगजन कैंटीन का उद्घाटन माननीय मुख्यमंत्री द्वारा किया जायेगा। कुलपति ने बताया कि दिव्यांगजन कैंटीन का संचालन दिव्यांगजन ही करेंगे। इसके पीछे विश्वविद्यालय का मकसद उनके लिए रोजगार का अवसर उपलब्ध कराना है।उच्च शिक्षा सचिव एमपी अग्रवाल तथा कुलपति प्रोफेसर पूनम टंडन ने दीक्षा भवन जाकर तैयारी की जानकारी ली। इसके साथ ही दिव्यांगजन कैंटीन का भी निरीक्षण किया।