
गोरखपुर के प्राचीन गोरखनाथ मंदिर में एक ऐतिहासिक क्षण आने वाला है, जब वहां अलीगढ़ में बनी विशाल गुरु गोरखनाथ की मूर्ति स्थापित की जाएगी। इस मूर्ति का निर्माण अलीगढ़ के कुशल कारीगरों ने किया है और इसे खुद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने फाइनल किया है। अलीगढ़, जो अपने ताले और आर्टवेयर के लिए देश-विदेश में मशहूर है, ने इस बार एक अद्वितीय मूर्ति तैयार की है, जो 7 फुट ऊंची और 500 किलो वजनी है।
अलीगढ़ में ताले और मूर्तियों का कारोबार बड़े पैमाने पर होता है, जहां से लड्डू गोपाल और लक्ष्मी-गणेश की मूर्तियां भारत के साथ-साथ विदेशों में भी भेजी जाती हैं। इसी श्रृंखला में, अब गोरखनाथ मंदिर के लिए विशेष रूप से पीतल से तैयार की गई गुरु गोरखनाथ की यह मूर्ति भी जुड़ गई है। फर्म के संचालक किशन कुमार वार्ष्णेय के अनुसार, इस मूर्ति को तैयार करने में लगभग चार महीने का समय लगा है। शुरुआत में इस मूर्ति का एक फाइबर सेम्पल तैयार किया गया था, जिसे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्वयं देखकर स्वीकृति दी। इसके बाद पीतल से मूर्ति का निर्माण शुरू हुआ। इन दिनों मूर्ति को अंतिम रूप देने के लिए कारीगर दिन-रात काम में जुटे हुए हैं, ताकि इसे जल्द से जल्द गोरखनाथ मंदिर में स्थापित किया जा सके।
अलीगढ़ का मूर्ति निर्माण उद्योग त्योहारों के समय खासा व्यस्त रहता है। यहां सिर्फ हिंदू देवी-देवताओं की मूर्तियां ही नहीं, बल्कि क्रिसमस के लिए दुनियाभर में भेजे जाने वाले गिफ्ट्स भी बनाए जाते हैं। दीपावली के बाद फैक्ट्रियों में कुछ दिन का अवकाश होता है, और फिर कारीगर क्रिसमस के सामान तैयार करने में जुट जाते हैं। अलीगढ़ की यह परंपरा हर साल नए आयाम छूती जा रही है, और अब गुरु गोरखनाथ की मूर्ति इस गौरवशाली यात्रा का नया अध्याय बनेगी।
Published on:
19 Oct 2024 10:05 pm
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