16 दिसंबर 2025,

मंगलवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

MP Ravikishan : शस्त्र और शास्त्र को साथ चलने की जरूरत, श्रीराम मंदिर भी गोरक्षपीठ की देन

Gorakhnath Mandir : CM योगी आदित्यनाथ ने अवेद्यनाथ जी महाराज की 10वीं पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए योगी आदित्यनाथ ने कहा- आज हम सभी का सौभाग्य है कि भारत एक सही दिशा में आगे बढ़ा है। 10 सालों में भारत की जो प्रगति है। सार्वागींण विकास की रूपरेखा जो देश के सामने आई है।

less than 1 minute read
Google source verification

BJP के सांसद रवि किशन ने श्रद्धांजलि सभा में कहा कि महंत दिग्विजयनाथ और महंत अवेद्यनाथ दूरद्रष्टा संत थे। उन्होंने शिक्षा के साथ ही चिकित्सा स्वास्थ्य की मजबूती को लेकर जो प्रयास किए वह अनिर्वचनीय हैं।दोनों ही महंत, संत के साथ योद्धा भी थे। उन्होंने कहा कि अयोध्या में पांच सौ साल बाद राम मंदिर बन पाया है तो यह गोरक्षपीठ और इसके पीठाधीश्वरों की देन है।

श्रीराम मंदिर भी गोरक्षपीठ की देन, शस्त्र के साथ शास्त्र भी जरूरी

रविकिशन ने कहा, 500 वर्ष बाद राम मंदिर बना, इसके आंदोलन शुरुआत गोरक्ष पीठ से ही हुई थी। उन्होंने श्रद्धांजलि सभा में मौजूद पूजा पद्धति और कर्मकांड की शिक्षा ले रहे युवाओं से अपील की। कहा, शस्त्र भी चाहिए शास्त्र के साथ। बताया खुद पुजारी का लड़का हूं। जितनी समझ है उसके हिसाब से आगे आप संत, महात्मा, पुजारी बनेंगे। लेकिन, योद्धा भी बनिए।देख ही रहें हैं बालाजी मंदिर में कैसे मटन और बीफ के मीट को पीसकर मिलाकर लड्डू तैयार कर प्रसाद हिंदुओं को दिया जा रहा है। मंदिर जो चला रहे थे वो हिंदू नहीं थे और ये विषय आज पूरे विश्व में चर्चित है कि बीफ का मटन दिया जा रहा था प्रसाद वाले लड्डू में। अब ये समय आ गया है कि शस्त्र और शास्त्र को एक साथ चलने की जरूरत है।


बड़ी खबरें

View All

गोरखपुर

उत्तर प्रदेश

ट्रेंडिंग