इन सभी चार सीटों पर छठवें चरण यानी 25 मई को मतदान होना है। पीएम मोदी की पहली रैली आजमगढ़ जिले के लालगंज के निजामाबाद विधानसभा क्षेत्र में होगी, उसके बाद दूसरी जौनपुर के मछलीशहर में, तीसरी भदोही में और चौथी रैली प्रतापगढ़ में होगी। यूपी में इस चुनाव में यह मोदी की एक दिन में सबसे ज्यादा रैलियां होंगी। बता दें कि पूर्वांचल की अधिकांश सीटों पर भाजपा का मुकाबला सपा-कांग्रेस गठबंधन से है।
भाजपा के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने कहा, “मोदी की प्रत्येक रैली में बड़ी संख्या में दर्शक जुटते हैं और इस प्रकार उनमें वोटों को आकर्षित करने की क्षमता होती है, यही कारण है कि उनकी रैलियों की काफी मांग रहती है। यही कारण है कि जितना संभव हो सके दर्शकों को शामिल करने का विचार है।” यूपी की सभी 80 लोकसभा सीटों पर मोदी की रैली की मांग थी।
प्रतापगढ़ की सीमा रायबरेली से लगती है, जो एकमात्र लोकसभा सीट है जिस पर कांग्रेस ने 2019 में यूपी में जीत हासिल की थी। इस बार इस सीट पर राहुल गांधी के सामने योगी 2.0 के मंत्री दिनेश प्रताप सिंह हैं। भाजपा के काशी क्षेत्र के प्रवक्ता नवरतन राठी ने कहा कि निजामाबाद और प्रतापगढ़ में रैलियों के साथ, पीएम मोदी जौनपुर और भदोही जिलों में दो और रैलियों को भी संबोधित करेंगे। बाबतपुर हवाईअड्डे पर उतरने के बाद सीएम योगी के साथ वह रैलियों में शामिल होंगे।
भाजपा के क्षेत्रीय प्रमुख सहजानंद राय ने पुष्टि की कि मोदी का पूर्वी यूपी के बस्ती और देवरिया जिलों में चुनावी रैलियों को संबोधित करने का भी कार्यक्रम है। उन्होंने कहा कि बस्ती में मोदी की रैली, जो पहले 17 मई को निर्धारित थी लेकिन अब 21 मई को होगी। 21 मई को ही मोदी एक महिला सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए वाराणसी में भी रहेंगे। क्षेत्र में उनकी दूसरी रैली देवरिया में होगी, जहां से भाजपा ने अपने मौजूदा सांसद रमापति राम त्रिपाठी की जगह शशांक मणि त्रिपाठी को मैदान में उतारा है यहां से इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी अखिलेश प्रताप सिंह हैं।
इन रैलियों के अलावा बीजेपी कार्यकर्ता अमेठी या रायबरेली में भी मोदी की रैली की मांग कर रहे हैं। एक भाजपा नेता कहा, “यह बहुत अच्छा होगा अगर मोदीजी यहां एक रैली कर सकें। हम अपनी तरफ से पूरी कोशिश कर रहे हैं क्योंकि मोदी की रैली में बदलाव लाने की क्षमता होती है, लेकिन अगर मोदी जी की राष्ट्रीय जिम्मेदारियां होने के कारण ऐसा नहीं होता है, तो प्रतापगढ़ रैली से भी मदद मिलेगी।”