
राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के 20 दिनों तक चले प्रशिक्षण वर्ग के समापन के साथ ही गोरक्ष प्रांत में भारी उलट फेर हुआ है।प्रांत के सभी छह विभागों में बदलाव किया गया है। गोरखपुर में संगठन के चार में से तीन जिला प्रचारक बदल दिए गए हैं। वहीं एक रिक्त एक प्रचारक की जगह नई तैनाती की गई है। चर्चा है कि यह प्रशिक्षण वर्ग में मिले फीडबैक के आधार पर यह बदलाव किया गया है। हालांकि, संघ के जानकारों का कहना है कि बदलाव हमेशा होता रहता है।
आरएसएस का प्रशिक्षण वर्ग तीन से 23 जून तक लगा था। प्रथम वर्ग सरस्वती विद्यामंदिर सुभाषचंद्र बोस नगर विलंदपुर खत्ता में जबकि द्वितीय वर्ग एबीएम पब्लिक स्कूल मानीराम चिउटहा में लगाया गया था। चिउटहा में आरएसएस के सर संघ चालक मोहन भागवत ने पांच दिनों तक प्रवास किया था। संघ ने संगठन की दृष्टि से गोरक्ष प्रांत में गोरखपुर, आजमगढ़, बलिया, बस्ती, सिद्धार्थनगर और देवरिया को विभाग के तौर पर बांटा है। गोरखपुर के विभाग प्रचारक अंबेश को बलिया भेजा गया है। गोरखपुर का विभाग प्रचारक अजय को बनाया गया है। जबकि बस्ती का विभाग प्रचारक अवधेश को बनाया गया है। आजमगढ़ के विभाग प्रचारक सत्येंद्र सेवाभारती में चले गए। उनकी जगह दीनानाथ को विभाग प्रचारक बनाया गया है। सिद्धार्थनगर का विभाग प्रचारक राजीव नयन को बनाया गया है। देवरिया का विभाग प्रचारक ऋषि को बनाया गया है। पहले यहां पर सुशील विभाग प्रचारक हुआ करते थे। वह अब प्रचार प्रमुख बनाए गए हैं।
गोरखपुर को आरएसएस ने चार जिलों में बांट रखा है। महानगर को दो हिस्सों महानगर उत्तरी एवं दक्षिणी में जबकि शेष हिस्से को गोरखपुर और चौरीचौरा में विभक्त किया गया है। महानगर उत्तरी में ओमनारायण और दक्षिणी में मनीष को जिला प्रचारक पद पर भेजा गया है। यहां से सचिन को सलेमपुर भेजा गया है। गोरखपुर में दीपक आए हैं। यहां पर पहले आलोक थे जिन्हें लालगंज भेजा गया है। चौरीचौरा की जिम्मेदारी विनय को दी गई हे।
Published on:
27 Jun 2024 09:37 am
बड़ी खबरें
View Allगोरखपुर
उत्तर प्रदेश
ट्रेंडिंग
