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ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण में परियोजनाओं की निगरानी अब सॉफ्टवेयर के जरिए, जिम्मेदारी भी होगी तय

उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्ध नगर जिले में ग्रेटर नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण अब अपनी विकास परियोजनाओं की निगरानी आधुनिक तकनीक के माध्यम से करेगा। इसके लिए प्राधिकरण जल्द ही एक अत्याधुनिक सॉफ्टवेयर प्रणाली अपनाने जा रहा है, जो न केवल परियोजनाओं की वास्तविक समय में निगरानी करेगा, बल्कि कार्यों में देरी करने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों की जवाबदेही भी सुनिश्चित करेगा।

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Noida news, UP News

ग्रेटर नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण जल्द ही एक अत्याधुनिक सॉफ्टवेयर प्रणाली अपनाने जा रहा है, जो न केवल परियोजनाओं की वास्तविक समय में निगरानी करेगा, बल्कि कार्यों में देरी करने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों की जवाबदेही भी सुनिश्चित करेगा।

लंबित फाइलों और विलंबित कार्यों की होगी निगरानी

गुरुवार को प्राधिकरण की एसीईओ श्रीलक्ष्मी वी.एस. की अध्यक्षता में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। बैठक में परियोजना प्रबंधन और निगरानी से संबंधित सॉफ्टवेयर का विस्तृत प्रस्तुतिकरण किया गया, जिसे निटकॉन कंपनी द्वारा विकसित किया गया है। इस सॉफ्टवेयर की मदद से प्राधिकरण की सभी परियोजनाओं, लंबित फाइलों और विलंबित कार्यों की प्रभावी निगरानी संभव हो सकेगी।

सॉफ्टवेयर से होंगे ये काम

सॉफ्टवेयर से यह पता चल सकेगा कि कौन-कौन से कार्य तय समयसीमा के भीतर पूरे नहीं हुए हैं। इससे संबंधित विभागों पर समयबद्ध कार्रवाई की जा सकेगी और कार्यों की गति को तेज किया जा सकेगा।इसके अलावा, यह सॉफ्टवेयर यह भी बताएगा कि कार्य निष्पादन प्रोजेक्ट की टेंडर शर्तों के अनुरूप हो रहा है या नहीं। एक अन्य महत्वपूर्ण विशेषता यह है कि इस डिजिटल प्लेटफॉर्म पर संबंधित परियोजनाओं की फोटो और अपडेट नियमित रूप से अपलोड की जा सकेंगी। इससे परियोजनाओं की प्रगति का रियल टाइम में किया जा सकेगा। इससे पारदर्शिता बढ़ेगी और निगरानी प्रणाली को और अधिक प्रभावशाली बनाया जा सकेगा।

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बैठक में प्राधिकरण के वरिष्ठ सलाहकार पी.पी. सिंह और कंसल्टेंट कंपनी केपीएमजी के प्रतिनिधि भी उपस्थित रहे। यह पहल ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की कार्य प्रणाली को और अधिक जवाबदेह, पारदर्शी और दक्ष बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम मानी जा रही है।