IMD Red Alert: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और एनसीआर के शहरों में इस हफ्ते झमाझम बारिश होने वाली है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने 23, 24 और 25 जून को येलो अलर्ट जारी किया है। इस दौरान तेज हवाओं के साथ हल्की से मध्यम बारिश और कहीं-कहीं वज्रपात की संभावना जताई गई है। मौसम विभाग का कहना है कि 25 जून से उत्तर-पश्चिम भारत के कई हिस्सों में भारी बारिश का सिलसिला शुरू हो सकता है। इसके साथ ही 24 जून तक दिल्ली में मॉनसून की धमाकेदार एंट्री हो सकती है। जो सामान्य से करीब तीन दिन पहले होगा। इस बीच दिल्ली में जून महीने में अब तक 87.8 मिमी बारिश दर्ज की जा चुकी है, जो औसत से करीब 18% अधिक है। झमाझम बारिश से राजधानी में तापमान गिरने की उम्मीद है, जिससे उमस भरी गर्मी से राहत मिलेगी।
मौसक वैज्ञानिकों की मानें तो यह हफ्ता पूरे देश में मानसून के सक्रिय रूप लेने का संकेत दे रहा है। बात अगर दिल्ली-एनसीआर की करें तो यहां तापमान में गिरावट और बारिश के बीच लोगों को गर्मी से राहत मिली है। जबकि महाराष्ट्र, केरल व कर्नाटक के तटीय क्षेत्रों में भारी बारिश के चलते जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। मौसम विभाग का कहना है कि जून की औसत से अधिक बारिश की वजह से फिलहाल किसान और जल संचयन संरचनाएं लाभ में दिख रही हैं, लेकिन साथ ही बाढ़‑तलाव और ट्रैफिक व्यवधान की चुनौतियां भी बढ़ रही हैं।
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, भारत में मानसून सामान्य से ऊपर बना हुआ है। बात अगर पूरे माॅनसून सीजन की करें तो जून से सितंबर के बीच बारिश का अनुमानित आंकड़ा 96–104% के बीच है। जबकि इस बार जून महीने में ही बारिश सामान्य से लगभग 108% ज्यादा रही है। प्रशासन ने लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है। वहीं, किसानों और जलस्तर की दृष्टि से यह मानसून लाभकारी साबित हो सकता है।
इसके साथ ही मध्य प्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र एवं कोंकण-गोवा क्षेत्र में विशेषकर भारी बारिश के लिए रेड और ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। इनमें मध्य प्रदेश के कुछ जिलों में 24 घंटे में 200 मिमी से अधिक बारिश दर्ज होने की संभावना है। पुणे में हाल की भारी बारिश के बाद ताम्हिनी में 91 मिमी, लोनावाला में 18 मिमी, शिवाजीनगर में 2.9 मिमी और पासान में 6.3 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई। इसके चलते पूना डैम्स में सुरक्षित जल भंडार (10.17 TMC) बना हुआ है
केवल दिल्ली-एनसीआर ही नहीं, बल्कि देश के कई हिस्सों में भी मानसून की रफ्तार तेज हो गई है। मौसम विभाग के अनुसार, जून महीने में अब तक देशभर में सामान्य से 8% अधिक वर्षा रिकॉर्ड की गई है। दक्षिण-पश्चिम मानसून इस समय पूरे पश्चिमी तट, पूर्वी भारत और मध्य भारत में सक्रिय है। मौसम विभाग का कहना है कि मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात और कोंकण-गोवा क्षेत्रों में बारिश ने रफ्तार पकड़ ली है। मध्य प्रदेश के कुछ जिलों में अगले 24 घंटे में 200 मिमी तक बारिश होने की संभावना है। महाराष्ट्र के पुणे में बीते दिनों भारी बारिश दर्ज की गई। ताम्हिनी में 91 मिमी, लोनावाला में 18 मिमी और शिवाजीनगर में 2.9 मिमी बारिश हुई है।
मुंबई में मौसम विभाग ने 23 से 26 जून तक के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। समुद्र में हाई टाइड की चेतावनी दी गई है, जिससे शहर के निचले इलाकों में जलभराव की स्थिति बन सकती है। इस दौरान भारी बारिश और तेज़ हवाएं चलने की संभावना है। केरल के मलप्पुरम, कोझीकोड, कन्नूर और कासरगोड जिलों में 24 और 25 जून को येलो अलर्ट घोषित किया गया है। त्रिशूर के एन्नामक्कल में पिछले 24 घंटों में 6 सेंटीमीटर बारिश दर्ज की गई। कर्नाटक के तटीय और मालनाड क्षेत्रों में इस महीने अब तक क्रमशः 589 मिमी और 245 मिमी बारिश हो चुकी है।
Updated on:
23 Jun 2025 07:17 pm
Published on:
23 Jun 2025 03:39 pm