
सीट बेल्ट व हेलमेट न लगाने वालों को Yamuna Expressway पर एंट्री की जगह आज से मिलेगा चालान
ग्रेटर नोएडा. बगैर सीट बेल्ट व दो पहिया वाहनों (two wheeler) पर हेलमेट न लगाकर चलाने वालों को आज यानी 17 जुलाई से यमुना एक्सप्रेस-वे (Yamuna Expressway) पर प्रवेश नहीं मिलेगा। बढ़ते सड़क हादसों को रोकने के लिए यमुना एक्सप्रेस-वे इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी(YEIDA) ने यह फैसला लिया हैं। YEIDA के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह ने बताया कि हादसों को रोकने के लिए हेलमेट व कार सवार को सीट बेल्ट अनिवार्य किया गया है। उन्होंने बताया कि YEIDA के चार इंजीनियरों की टीम एक्सप्रेस-वे की खामियों को जांचने के लिए रिपोर्ट तैयार कराई जा रही है।
Yamuna Expressway से गुजर रहे है तो अब नियम तोड़ना भारी पड़ेगा। दरअसल, सीट बेल्ट पहनकर न चलने वालों और बगैर हेलमेट दो पहिया पर चलने वालों को यमुना एक्सप्रेस-वे पर प्रवेश नहीं दिया जाएगा। YEIDA के अधिकारियों के मुताबिक, ग्रेटर नोएडा और आगरा के एंट्री प्वाइंट दोनों तरफ पुलिस और एआरटीओ के अधिकारी वाहन चेकिंग करेंगे। YEIDA के अधिकारियों ने एसएसपी और एआरटीओ को पत्र भेजकर नियमों का उल्लघंन करने वालों पर सख्त कार्यवाही करने के निर्देश दिए है। आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर भी बढ़ते हादसों को देखते बगैर हेलमेट चलने वालों पर रोक लगा दी गई है।
जिससे देखते हुए यमुना एक्सप्रेस-वे पर भी नियम तोड़ने वालों के खिलाफ कड़े कदम उठाने के निर्देश दिए गए है। अगर कोई बाइक सवार बगैर हेलमेट के यमुना एक्सप्रेस-वे पर चढ़ता है तो तत्काल प्रभाव से उसे रोक दिया जाएगा। अगर कोई बाइक सवार व बगैर सीट बेल्ट लगाए बचकर निकल भी गया तो टोल पर पहुंचने पर उसे चालान हाथ में मिल जाएगा। इसी तरह कार व अन्य वाहनों में सीट बेल्ट न लगाने वालों के खिलाफ भी सख्त कार्यवाही की जाएगी। YEIDA के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह ने हाथरस, गौतमबुद्ध नगर, मथुरा, अलीगढ़ व आगरा के एसएसपी व एआरटीओ को लेटर भेजकर कार्यवाही करने के निर्देश दिए है।
2018 में गुजरे 87.76 लाख वाहन
YEIDA के ओएसडी शैलेंद्र भाटिया ने बताया कि प्राप्त आंकड़ों के अनुसार 1 अप्रैल 2018 से 31 मार्च 2019 के बीच कुल 87.76 लाख एक्सप्रेस-वे से गुजरे। इनमें सबसे ज्यादा कारें गुजरती हैं। 87.76 लाख में से 65 लाख कारें एक्सप्रेस-वे से गुजरी। सबसे ज्यादा हादसों के शिकार कार सवार हुए है। जेपी कंपनी से मिले आंकड़ों के मुताबिक, हादसों में 50 प्रतिशत कारें हादसे में दुर्घटना ग्रस्त हुई।
यमुना एक्सप्रेसवे पर हुए हादसों की संख्या
वर्ष हादसे मौतें
2012 275 33
2013 896 148
2014 771 98
2015 919 99
2016 1219 133
2017 763 146
2018 659 111
मई 2019 तक 236 72
Updated on:
17 Jul 2019 12:01 pm
Published on:
17 Jul 2019 11:50 am
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