
तेहरान। ईरान में अभी भी कोरोना कहर बरपा रहा है। यहां अबतक 3872 लोगों की मौत हो चुकी है, वहीं 62589 लोग अब भी इससे संक्रमित हैं। इससे बचने के लिए लोग तरह से के हथकंडे अपना रहे हैं। यहां अफवाह का बाजार गर्म हैं। कोरोना वायरस के डर 600 से ज्यादा लोगों की मौत नीट अल्कोहोल (जहरीली शराब) पीने से हुई है। इसे पीने से करीब
3000 लोग ऐसे भी हैं जिन्हें देश के विभिन्न अस्पतालों में इलाज के लिए भर्ती करवाया गया है। इनमें से कई की हालत अब भी नाजुक बनी हुई है।
ईरान सरकार के न्यायिक प्रवक्ता गुलाम हुसैन एस्मेली ने कहा कि अनुसार शराब का सेवन कोरोना वायरस का इलाज नहीं है। यह मानव शरीर के लिए जहरीला है। उन्होंने कहा कि प्रशासन को इसका बिलकुल भी अंदाजा नहीं था कि ऐसी अफवाह से इतनी बढ़ी संख्या में लोग मारे जाएंगे। इस मामले में प्रशासन ने कड़ी कार्रवाई का आदेश दिया है।
ईरान में लॉकडाउन नहीं, संसद की बैठक में फैसला
एक तरफ लोगों में कोरोना का खौफ फैलता दिख रहा है। वहीं मंगलवार को ईरानी संसद की बैठक में बड़ी संख्या में पहुंचे सदस्यों ने देश में पूर्ण रूप से लॉकडाउन न करने का फैसला किया। उनका मानना है कि इससे देश की अर्थव्यवस्था बिगड़ेगी और लोगों की नौकरियां खत्म होगी। इसके अलावा देश की उत्पादकता पर भी नकारात्मक असर पड़ सकता है।
बड़ी संख्या में लोगों को क्वारंटीन सेंटर भेजा गया
गौरतलब है कि ईरान में कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण अबतक 3872 लोगों की मौत हो चुकी है। सरकार ने बड़ी संख्या में लोगों को इलाज के लिए क्वारंटीन सेंटरों में रखा है। मगर इसके बावजूद देश में अफवाहों पर लोग विश्वास कर रहे हैं। इन अफवाहों के चलते देश के कई हिस्सों में लोग बीमार होने के बावजूद सामने नहीं आ रहे।
Updated on:
09 Apr 2020 03:11 pm
Published on:
08 Apr 2020 04:15 pm
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