
#CoronaWarrior : जिसे विदा होकर जाना था ससुराल, उसने कोरोना संकट के बीच जन सेवा को चुना
गुना/ एक तरफ जहां मध्य प्रदेश में कोरोना वायरस बहुत तेजी से अपने पाव पसार रहा है। वहीं दूसरी तरफ ऐसे योद्धा भी हैं, जो इस संक्रमण और आम लोगों के बीच दीवार के समान खड़ हैं। इनमें सबसे मुख्य भूमिक चिकित्सक और पुलिस की है। क्योंकि, मौजूदा स्थितियों को नियंत्रण में लाने के लिए ये दोनो ही योद्धा जी जान से जुटे हुए हैं। अपने फर्ज के आगे इनकी किसी भी ख्वाहिश का कोई मोल नहीं है। ताजा मामला सामने आया प्रदेश के गुना से जहां, शहर के जामनेर थाने की महिला आरक्षक रंजीता की, जिनकी इन दिनों शादी होना थी। लेकिन, कर्मवीर रंजीता ने अपनी खुशियों के बजाए कोरोना संकट के बीच देश सेवा को चुना।
खुशियों को त्यागकर चुना फर्ज
महिला आरक्षक रंजीता ने भी अपने जीवन साथी को लेकर कई सपने सजाए थे। सोमवार को उनके घर बारात आने वाली थी। शादी को धूमधाम से करने की तैयारी घर वालों ने कई महीनों पहले ही कर ली थी, लेकिन इतनी तैयारी के बावजूद आज रंजीता अपनी शादी के मंडप में नहीं, बल्कि देशभक्ति और मानवता का फर्ज निभाते हुए हाथ में डंडा थाम ड्यूटी पर तैनात हैं। वैश्विक महामारी के दौरान खुद की खुशियों से ज्यादा उन्होंने देशहित का फर्ज निभाना ज्यादा जरूरी समझा और फिलहाल शादी स्थगित कर दी।
एसएएफ आरक्षक हैं होने वाले पति
मूल रूप से शिवपुरी के बड़ौदी गांव की निवासी रंजीता जाटव (25) साल 2017 में पुलिस में भर्ती हुईं थीं। उनकी पोस्टिंग गुना के जामनेर थाने में है। उनके होने वाले पति भी एसएएफ में आरक्षक है। रंजीता का विवाह शिवपुरी जिले के गोबरा गांव निवासी लक्ष्मण के साथ घर वालों ने तय किया था। लक्ष्मण भी एसएएफ में आरक्षक हैं और इस समय शहडोल में अपनी सेवाएं दे रहे हैं।
पूरी तैयारियां हो चुकी थीं
शादी के लिए घर वालों ने सभी तैयारियां कर ली थी। इसमें टेंट, हलवाई, बैंड से लेकर सभी तरह की तैयारियां पूरी की जा चुकी थीं। शादी के कार्ड भी रिश्तेदारों में बंट चुके थे। 26 अप्रैल को मंडप, 27 अप्रैल को टीका व पाणिग्रहण संस्कार होने थे और 28 अप्रैल को विदाई होनी थी, लेकिन कोरोना महामारी के कारण लॉकडाउन होने और अब तक स्थितियां नियंत्रित न होने के चलते रंजीता ने शादी ने अपने होने वाले पति की सेहमति लेकर विवाह कार्यक्रम स्थगित करने कीबात कही, जिसपर एसएएफ आरक्षक लक्ष्मण ने भी सेहमति जताई।
पुलिसकर्मियों ने की प्रशंसा
साथी पुलिसकर्मियों ने भी रंजीता के इस फैसले की प्रशंसा की है। थाना प्रभारी कृपाल सिंह परिहार ने भी रंजीता का मनोबल बढ़ाते हुए रंजीता को कोरोना की योद्धा की उपाधि दी है। कृपाल सिंह ने बताया कि, ये बात तो थाना स्टाफ को काफी समय से पता थी कि, रंजीता की शादी होने वाली है। उनके परिवार की ओर से जिसकी खासा तैयारियां की जा रही है। फिलहाल, अभी स्थितियां ऐसी नहीं है कि, धूमधाम से विवाह किया जा सके। लेकिन, फिर भी उन्होंने छुट्टी की मांग नहीं की। बल्कि सामान्य दिनों की ही तरह ड्यूटी करती रही।
एडीजी ने की तारीफ
वहीं, ग्वालियर जोन के एडीजी राजाबाबू सिंह ने रंजीता के जज्बे को सराहनीय बताते हुए कहा कि, कोरोना महामारी के दौरान पुलिसकर्मियों की भूमिका सराहनीय है। उनका शब्दों में उल्लेख करना संभव नहीं है। सभी अपनी सुख-सुविधाओं को छोड़कर ड्यूटी कर रहे हैं। उनके इस जज्बे को सलाम करता हूं।
Updated on:
27 Apr 2020 07:12 pm
Published on:
27 Apr 2020 02:24 pm
बड़ी खबरें
View Allगुना
मध्य प्रदेश न्यूज़
ट्रेंडिंग
