
guna vidhan sabha election 2023
MP Vidhan Sabha Election 2023. गुना शहर में रहने वाले हर व्यक्ति का सपना है कि गुना शहर इंदौर-भोपाल की तर्ज पर चमक-दमक वाला हो, विकसित बने, इंडस्ट्रीज हों और युवाओं को रोजगार मिले। लेकिन, बीते पांच साल में भाजपा और कांग्रेस की आपसी राजनीति के चलते गुना का विकास थमा रहा, जबकि यहां रिंग रोड बनाए जाने की घोषणा हो गई थी इसके साथ ही गुना को संभाग बनाने की मांग समय-समय पर होती रही। रिंग रोड और पास पोर्ट कार्यालय खुलने की कवायद पूरे पांच साल चलती रही, लेकिन ये दोनों काम भी पूरे नहीं हो पाए। इसके साथ ही नगर निगम बनाए जाने और मेडिकल कॉलेज की घोषणा भी हुई, लेकिन उसकी प्रक्रिया नहीं बढ़ी और यह भी अधर में लटक गई।
शहर के अलग-अलग वर्ग के लोगों से पत्रिका ने पिछले पांच साल पूर्व की घोषणाओं, योजनाओं और उनके अमल व गुना शहर के सपने आदि को लेकर चर्चा की तो अधिकतर लोगों ने एक ही बात कही कि कांग्रेस-भाजपा की आपसी राजनीति के चलते गुना का विकास पूरे पांच साल थमा रहा। बताया जाता है कि इस बीच न तो रिंग रोड बन पाई और न ही स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स तैयार हो पाया। उनका कहना था कि प्रदेश सरकार में बमौरी विधायक महेन्द्र सिंह सिसौदिया, प्रभारी मंत्री प्रद्युम्र सिंह तोमर और केन्द्र में केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और सांसद डॉ. केपी सिंह का अच्छा खासा दबदबा था। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह का गृह जिला है, इस सबके बाद भी गुना जिले में विकास के पंख नहीं लग पाए।
उनका कहना था कि घोषणा भले ही धरातल पर न उतरे, लेकिन हमारे लोग अपने-अपने पसंदीदा नेता को हार-फूल व मालाओं से लाद देते हैं। कुछ दिन बाद यह घोषणा कागजों में सिमट जाती है। उनका कहना था कि धरातल पर काम होने के बाद ही नेताओं को माला पहनना और हमें पहनाना चाहिए। इस चुनाव में मतदाता उसको ही विधायक पद के लिए पसंद करे जो विकास में विश्वास रखता हो, भ्रष्टाचार मुक्त जिला बनाने में भरोसा रखता हो।
यातायात व्यवस्था
शहर की यातायात व्यवस्था पर नजर डाले तो सिंग्नल चालू हैं, लेकिन अतिक्रण से सड़क सकरी होती जा रही है जहां एक ओर कोचिंग व निजी संस्थानों पर आने वाले लोगों और बहुमंजिला इमारतों में अवैध रूप से बने तलघरों में पार्किंग की जगह दुकानें खुलने से एबी रोड की सड़क और मुख्य बाजारों की सड़कें काफी सकरी हो गई है।
अवैध कॉलोनियां
शहर में जमीन के कारोबारी किसी न किसी दल से जुड़े हैं। इसका परिणाम ये है कि कुछ जमीन कारोबारियों ने शासकीय जमीन के साथ-साथ बगैर डायवर्सन और अनुमति के कॉलोनियां काट दी हैं, जिन पर मकान तक तन गए हैं। वहां कॉलोनाइजर उन कॉलोनियों के विकास के लिए एक रूपया देने को तैयार नहीं है। वहां न यहां सड़क है और न पीने के पानी की सुविधा। इसके साथ ही अवैध कॉलोनियों को वैध किए जाने की प्रक्रिया भी अधर में लटक गई।
मेडिकल कॉलेज
गुना को इलाज के लिए ग्वालियर और इंदौर जाना पड़ता है, यहीं इलाज मिल जाए इसके लिए मेडिकल कॉलेज की लंबे समय से जरूरत महसूस की जा रही है। कुछ वर्ष पूर्व मेडिकल कॉलेज का प्रस्ताव स्वीकृत हुआ था। आपसी राजनीति के चलते मेडिकल कॉलेज दूसरी जगह चला गया। इसकी पुन: मांग उठी। कुछ समय पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान घोषणा कर गए, लेकिन वह भी धरातल पर नहीं उतर पाया।
सड़क, पुलों की स्थिति
गुना जिले के फतेहगढ़ और मधुसूदनगढ़ के लोग बताते हैं कि यहां सड़कों की हालत काफी जर्जर है। इस बारिश के मौसम में पुलों की स्थिति ठीक न होने से लोगों को आने-जाने में परेशानी हो रही है। यह बात अलग है कि कुछ समय पूर्व प्रदेश के पंचायत मंत्री महेन्द्र सिंह सिसौदिया ने गुना जिले की सड़कों को बनवाने के लिए पैसा आवंटित होने की जानकारी दी थी। इसके बाद भी न तो सड़क की स्थिति सुधरी और न ही पुल-पुलियों का निर्माण हो पाया।
स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स
गुना शहर के लोगों के अनुसार गुना के तत्कालीन सांसद स्वर्गीय माधवराव सिंधिया ने गुना के खिलाड़ियों के लिए स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स देने की घोषणा की थी। उस घोषणा पर यहां काम हुआ, पैसे एकत्रित हुए, लेकिन हर बार स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स के लिए जगह बदली जाती रही। कहीं बीज निगम तो कहीं पत्रकार कॉलोनी। लेकिन आज तक स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स बनकर तैयार नहीं हो पाया। जबकि इसके लिए राशि तक एकत्रित कर ली गई थी।
वायुसेवा पुन: शुरू हो
जानकारी के अुनसार गेल के अधिकारियों समेत अन्य अफसरों का कहना था कि गुना से ग्वालियर वाया दिल्ली तक विमान सेवा अति आवश्यक है। पूर्व की तरह गुना से ग्वालियर और दिल्ली तक यात्रा करने के लिए वायु सेवा शुरू होनी चाहिए। इस बारे में दूसरे लोगों ने बताया कि ढाई दशक पूर्व गुना से ग्वालियर वायु सेवा चलती थी, उसको पुन: शुरू होनी चाहिए।
पीजी कॉलेज बने विवि
युवाओं का कहना था कि यूजीसी के नियमानुसार पीजी कॉलेज को विश्वविद्यालय का दर्जा दिए जाने की पहल आज से पन्द्रह साल पूर्व तत्कालीन सांसद ने की थी, इसके लिए पत्राचार हुए, इस सबके बाद भी पीजी कॉलेज को अभी तक विवि का दर्जा नहीं मिल पाया। जबकि यहां विवि होने की जरूरत लंबे समय से महसूस की जा रही है।
गुना का रिंग रोड
गुना के रिंग रोड को लेकर शहर की जनता कहती है कि सात साल से रिंग रोड बनाने की मांग उठ रही है। पांच साल पूर्व स्वीकृति नहीं मिल पाई थी। यह रिंग रोड बिलोनिया से सिंगवासा होते हुए गादेर गांव तक प्रस्तावित है। केन्द्रीय परिवहन मंत्री नितिन गड़करी ने ग्वालियर की सभा में कहा है कि राज्य शासन प्रस्ताव भेजे तो जल्द ही हम इसकी स्वीकृति करा देंगे।
Updated on:
20 Oct 2023 01:08 pm
Published on:
20 Oct 2023 01:07 pm
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