
दिव्यांग और 80 साल से ज्यादा उम्र के मतदाताओं के लिए नया प्रयोग
गुना. विधानसभा चुनाव के दौरान चुनाव आयोग ने चुनावी इतिहास में पहली बार दिव्यांग और 80 साल से ज्यादा उम्र के मतदाताओं के लिए नया प्रयोग शुरू किया है। प्रत्येक विधानसभा में ऐसे मतदाताओं को चिह्नित कर उनके घर पर ही गोपनीय मतदान के लिए मतदान केंद्र जैसी व्यवस्था कराई जा रही है। चलने फिरने में असमर्थ कोई भी बुजुर्ग या दिव्यांग अपने बिस्तर पर ही तो कोई व्हील चेयर से ही उम्मीदवार के नाम के आगे मुहर लगा रहा है।
तीन दिन तक चले वाले दिव्यांग और बुजुर्गों के मतदान की गुरुवार से शुरुआत हुई है। 11 नवंबर तक चलने वाली इस प्रक्रिया में जिले की सभी चारों विधानसभा में 80 साल से ज्यादा उम्र के वरिष्ठ बुजुर्ग 477 व 40 प्रतिशत से अधिक 154 दिव्यांगों सहित 631 मतदाताओं की सहमति के आधार पर उनके घर पर ही स्थाई बूथ बनाकर मतदान दलों ने मतदान कराया। इसमें मतदान दल ऐसे मतदाताओं के घर पहुंचे और वोटिंग कराई।
'पत्रिका' टीम ने दिव्यांग व बुजुर्ग मतदाताओं से बात की तो मतदान के दौरान ऐसे मतदाताओं में गजब का जोश व उत्साह दिखाई दिया। जिन्होंने मतदान किया है, उनमें कोई 100 साल से ऊपर के है तो कोई कमजोरी के कारण चल-फिर नहीं पाते हैं। इन मतदाताओं ने मतदान करके अनुकरणीय मिसाल पेश की है। लोकतंत्र में जब आपको वोट डालने का अधिकार है, तो उसका उपयोग जरूर करें। मताधिकार के उपयोग के प्रति जागरुकता के लिए जिलेभर में शासन-प्रशासन स्तर पर भी विविध कार्यक्रम कर मतदाताओं को जागरूक किया जा रहा है।
हाथ नहीं थे, इसलिए देवी सिंह ने दोनों पैरों से डाला वोट
गुना विधानसभा क्षेत्र के सिंगवासा के दोनों हाथों से दिव्यांग 52 वर्षीय देवी सिंह पुत्र जगराज सिंह के असमर्थ होने से मतदान दल खुद उनके निवास पर पहुंचा। उन्होंने अपने दोनों पैरों से मतदान कर अपने मताधिकार का उपयोग किया। सभी नागरिकों से अपने इस अधिकार का उपयोग करने का आव्हान भी किया।
दृष्टिबाधित अनीता बाई ने डाला वोट, जताया हर्ष
गुना विधानसभा क्षेत्र के पिपरिया पोलिंग बूथ पर दृष्टिबाधित 64 वर्षीय अनीता बाई पत्नी अंत सिंह ने अपने घर बिस्तर पर बैठकर ही किया मतदान कर वोट डाला। इस दौरान उन्होंने कहाकि, वोट तो जरूर दूंगी। सभी को संदेश देते हुए उन्होंने कहाकि, मजबूत लोकतंत्र के लिए सभी को अनिवार्य रूप से मतदान करना चाहिए।
मतदान जरूरी था, इसलिए 4 घंटे किया इंतजार
दलवी कॉलोनी निवासी 92 वर्षीय सजीवन लाल सचान जिन्होंने विधानसभा चुनाव 2023 के लिए अपने घर पर रहकर ही मतदान किया। वे बताते हैं कि, चलने- फिरने में असमर्थ सचान को मतदान के लिए सुबह 9 बजे उनके घर टीम आने की सूचना दी गई थी। लेकिन टीम 4 घंटे बाद दोपहर एक बजे पहुंची।
Published on:
10 Nov 2023 08:28 am
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