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खेल में खिलवाड़ -यूपी के खिलाडिय़ों का एमपी में हो रहा जन्म, बिना पढ़े बन रही मार्कशीट, जानें क्या है पूरा मामला

मध्यप्रदेश में खेल में खिलवाड़ का अनोखा मामला सामने आया है, जैसे ही ये मामला प्रकाश में आया, खेल संसार में हड़कंप मच गया है।

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गुना. मध्यप्रदेश में खेल में खिलवाड़ का अनोखा मामला सामने आया है, जिसमें यूपी के खिलाडिय़ों का एमपी में बर्थ सार्टिफिकेट और मार्कशीट तैयार किया जा रहा है, आश्चर्य की बात तो यह है कि यूपी के ये खिलाड़ी एमपी के दस्तावेजों के आधार पर मध्यप्रदेश की ओर से प्रतिनिधित्व कर रहे हैं, जैसे ही ये मामला प्रकाश में आया, खेल संसार में हड़कंप मच गया है।

दूसरे प्रदेशों के क्रिकेट खिलाडिय़ों के जन्म प्रमाण पत्र और मार्कशीट गुना, शिवपुरी और ग्वालियर से बनाए और उन्हें निरंतर चार साल से डिवीजन अंडर 15, 18 और मप्र की अंडर 16 क्रिकेट टीम में बेधड़क खिलवाते रहे। चार साल बाद गुना की नयागांव ग्राम पंचायत से उप्र के दो खिलाडिय़ों के जन्म प्रमाण पत्र बनने का मामला उजागर हुआ है। शिकायत पर भारतीय खेल मंत्रालय ने भी जानकारी मांगी है।

ग्वालियर डिवीजन की टीम में गुना की नया गांव ग्राम पंचायत से मुरादाबाद के निवासी सुयश गुप्ता और आगरा के शिखर बरगोटी का जन्म प्रमाण पत्र बनाया गया। सुयश का जन्म 24 दिसंबर 2012 और जारी करने की तिथि 28 फरवरी 2019 बताई और दूसरा क्रिकेट खिलाड़ी जो आगरा का है, उसका जन्म 9 सितंबर 2005 और जारी करने की तिथि 6 अप्रेल 2018 बताई। दोनों खिलाडिय़ों के माता-पिता का यहां न तो निवास है और न वे यहां के मतदाता। गांव में जमीन तक नहीं है। दोनों की आठवीं की मार्कशीट गुना शहर के स्कूल की बनवाई। शिखर की आठवीं की मार्कशीट न्यू सिटी कॉलोनी स्थित मां निहाल हायर सेकंडरी स्कूल की बनी है। इस संबंध में नयागांव ग्राम पंचायत के रोजगार सहायक प्रताप धाकड़ ने कहा कि किसी ने मेरी आइडी और पासवर्ड हैक की थी। उसी समय जन्म प्रमाण पत्र बन गए होंगे। हालांकि उन्होंने कहा कि इस मामले में उन्होंने कोई पुलिस शिकायत नहीं की थी।
जांच का पत्र आते ही अफरा-तफरी
शिकायत पर भारतीय खेल मंत्रालय ने मामले की जानकारी तलब की है। इधर नयागांव ग्राम पंचायत के पदाधिकारियों ने एक पत्र मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत गुना को लिखकर दोनों के जन्म प्रमाण पत्र निरस्त करने का आग्रह किया। कहा कि यह जन्म प्रमाण पत्र फर्जी हैं। दोनों बच्चों के माता-पिता इस गांव में नहीं रहते हैं, न ही यहां से कोई नाता है। असत्य जानकारी प्रस्तुत करने पर इन पर कठोर कार्रवाई की जाए। इस संबंध में गुना क्रिकेट एसोसिएशन के सचिव सुनील शर्मा ने फिलहाल वेदान्ता हॉस्पिटल में होने का हवाला देते हुए कुछ भी कहने से इनकार कर दिया। क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रदेश के पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री महेन्द्र सिंह सिसौदिया हैं। उनसे भी संपर्क नहीं हो सका है। सूत्रों के अनुसार फर्जी प्रमाण पत्र बनाने वाले गिरोह में ग्वालियर के दो क्रिकेट प्रेमी, एक गुना का क्रिकेट प्रेमी और शिवपुरी-गुना की दो ग्राम पंचायतों के चार पदाधिकारी, कर्मचारी शामिल हैं। कथित तौर पर 12 खिलाडिय़ों से इन्होंने 40 से 50 लाख रुपए लेकर प्रमाण पत्र बनवाए हैं।

इन पर भी डालें नजर
धनंजय दीक्षित भी शिवपुरी से डिवीजन की और से क्रिकेट खेला वह दिल्ली का था। इस संबंध में शिवपुरी क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष संजय सांखला ने बताया कि धनंजय की आइडी फर्जी होने की जानकारी मिली है। दस्तावेज शिवपुरी नगर पालिका से मांगे हैं।

ऐसे पकड़ में आए ये खिलाड़ी
ग्वालियर डिवीजन क्रिकेट एसोसिएशन के 18 वर्ष के अंडर खिलाडिय़ों की नामों की सूची में सुयश और शिखर के नाम देखकर गुना क्रिकेट एसोसिएशन ने हैरानी जताई और 27 मार्च 2022 को ग्वालियर डिवीजन क्रिकेट एसोसिएशन के सचिव के नाम भेजे पत्र में चयन तत्काल निरस्त करने की बात कही। यह भी कहा कि इस प्रकार बाहर के खिलाडिय़ों को खिलाया जाता रहेगा तो यह हमारे खिलाडिय़ों के साथ अन्याय होगा। यदि यह गुना के हैं तो इन्हें या इनके क्लब को हमारे द्वारा संबंद्वता प्रमाणित करने को कहा जाए। इस पत्र की प्रति मप्र क्रिकेट एसोसिएशन के सचिव को भी भेजी गई।

जांच के बाद कानूनी कार्रवाई की जाएगी

जिन खिलाडिय़ों के खेलने पर क्रिकेट एसोसिएशन ने आपत्ति की थी, उन्हें ड्रॉप कर दिया है। उनसे दस्तावेज पेश करने को कहा गया है। डिस्ट्रिक्ट एसोसिएशन द्वारा कहे जाने के बाद ही उन खिलाडिय़ों को खिलाया जाएगा। दस्तावेज गलत हैं, फर्जी हैं तो कानूनी कार्रवाई कराई जाएगी।
-संजय आहूजा, सचिव ग्वालियर डिवीजन क्रिकेट एसोसिएशन